बेगमगंज। डॉ . भीमराव अंबेडकर पखवाड़े के दौरान आज नया बस स्टैंड के सामने अंबेडकर पार्क में भीम सेना समस्त संगठन एवं भीमराव अंबेडकर सेवा समिति के तत्वधान में कार्यक्रम का आयोजन भीम सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश अहिरवार के मुख्य आत्थित एवं प्रांतीय अध्यक्ष महेंद्र वानखेडे व बाबूलाल पहलवान के विशेष आत्थित तथा महिला प्रकोष्ठ की प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. श्रीमती संगीता गोलिया की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
सर्वप्रथम भीम सेना के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं सहित अनुसूचित जाति समाज के महिला एवं पुरुषों द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई ।
इसके पश्चात जनसभा के दौरान मुख्य अतिथि राजेश अहिरवार ने डॉ .भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों आदर्शों एवं समाज के उत्थान के लिए किए गए अथक प्रयासों का बखान करते हुए आव्हान किया कि आज संकल्प लें कि संविधान की रक्षा के लिए हम सब बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि के रूप में समाज की एकजुटता के साथ भारत के नवनिर्माण में सहभागी बनेंगे और एक शिक्षित और विकसित समाज का निर्माण कर मिसाल पेश करेंगे कि हम बाबा साहब के सच्चे अनुयाई हैं उन्हीं की तरह हम भी शासन प्रशासन के उच्च पदों पर पहुंचकर दिखाएंगे ।
बेगमगंज में भीम सेना के तत्वावधान बड़ा कार्यक्रम हुआ । |
विशेष अतिथि बाबूलाल पहलवान ने बाबा साहब की कुर्बानी को शिद्दत से याद करते हुए कहां की आज दलित समाज में शिक्षा की क्रांति फूकने वाले बाबा साहब के साथ सामाजिक क्रांति के जनक महात्मा फुले की जयंती है जो समाज अशिक्षित रह जाती है ,वह मुर्दे के समान होती है। यदि जिंदा रहना है तो पढ़ना और बढ़ना पड़ेगा । बाबा साहब ने जाति प्रथा को खत्म किया उन्होंने हमें एक मंत्र दिया कि जाति तो जानवरों में होती है , इंसानों में नहीं ।
इंसान में जातिवाद नहीं होता उन में समानता होना चाहिए। वर्ग भेद और जातिवाद समाज और देश के लिए घातक है । जो ताकतें आज संविधान को छिन्न-भिन्न करने के लिए लगी है ,हम उनका पुरजोर विरोध कर संविधान की रक्षा करने के लिए संकल्पित है।
इसके अतिरिक्त विशेष अतिथि महेंद्र वानखेडे एवं डॉ. संगीता गोलिया , प्रकाश सूर्यवंशी , राजकुमार जी, मोहन जाटव ,सुरेंद्र अहिरवार ,लखन अहिरवार , विवेक जी , लालू यादव , ब्लॉक अध्यक्ष रत्नेश कुमार राज , प्रभारी गंगाराम अहिरवार , विक्की ,राजेश अहिरवार एवं लेखराज अहिरवार गैरतगंज इत्यादि ने भी अपने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन अनिकेत एडवोकेट द्वारा किया गया। अंत में सभी ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष संविधान की रक्षा की शपथ ली ।