भोपाल। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि ऊर्जा की बचत के लिए 365 दिन छोटी-छोटी सावधानियां और कार्यों का पालन किया जाना ज़रूरी है। आज ऊर्जा की बचत कल के भविष्य की सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण अभियान की सफलता के लिए सामाजिक सोच का होना ज़रूरी है। ऊर्जा संरक्षण को आदत बनाने के प्रयास आवश्यक हैं।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल आज सक्षम “संरक्षण क्षमता महोत्सव 2023” के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। श्री पटेल ने इस अवसर पर आकाश में गुब्बारे उड़ा, जागृति रथ को झंडी दिखा कर रवाना किया। ऊर्जा संरक्षण शपथ ग्रहण कराई। कार्यक्रम में सक्षम अभियान पर आधारित नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया। सक्षम महोत्सव शुभारम्भ कार्यक्रम का आयोजन पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और पेट्रोलियम संरक्षण संघ के तत्वावधान में मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल, भोपाल में किया गया था।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सरकार के प्रयासों में समाज की सहभागिता उसकी सफलता का आधार होती है। सामान्यत: देखा गया है कि माता-पिता, संतान के सुखी भविष्य के लिए धन की बचत करते है किन्तु पर्यावरण की अनदेखी करते है, जबकि भावी पीढ़ी का भविष्य धन से नहीं, स्वस्थ्य और स्वच्छ पर्यावरण से ही सुरक्षित हो सकता है। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी ने कहा था कि पृथ्वी हर आदमी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन प्रदान करती है, लेकिन हर आदमी के लालच को वह पूरा नहीं कर सकती है। बापू के इसी भाव के साथ दूरदर्शी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी भावी पीढ़ी को स्वच्छ पर्यावरण की विरासत देने के लिए दुनिया का नेतृत्व कर रहें है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि मोदी जी द्वारा पंचामृत की पाँच प्रतिबद्धताएँ तय कर के अर्थव्यवस्था की कार्बन इंटेन्सिटी को 45 प्रतिशत से भी कम करते हुए वर्ष 2070 तक नेट जीरो करने के लक्ष्य पर कार्य किया जा रहा है। सभी जिलों में कंप्रेस्ड गैस और कंप्रेस्ड बायोगैस के नेटवर्क द्वारा आत्म-निर्भरता के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा देश कार्बन उत्सर्जन को नियंत्रित करने के प्रयासों में दुनिया में अग्रणी है। भारत दुनिया का पहला देश है जो बी.एस.-4 से सीधे बी.एस.-6 में गया है।