बेगमगंज। भाई दूज का त्योहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। यह साल में दो बार मनाया जाता है। मगर, चैत्र माह के कृष्णपक्ष की द्वितीया तिथि वाले भाई दूज को होली भाई दूज या भ्रातृ द्वितीय के नाम से जाना जाता है। ये त्योहार होली के अगले दिन ही सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उन्हें रक्षा सूत्र बांधती हैं। साथ ही भाइयों की स्वस्थ, समृद्ध और सुखी जीवन के लिए कामना करती हैं।कहते हैं ये त्योहार भाई-बहनों के बीच के स्नेह को बढ़ाता है।
इस दौरान बाजारों में खासी चहल-पहल नजर आई। बहनों ने अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना की। भाइयों ने अपनी बहनों को शगुन के रूप में नगद और उपहार भेंट किए। भाइयों को तिलक लगा बहनों ने सुख समृद्धि और दीर्घायु की कामना की। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के प्रतीक भैया दूज पर दिनभर उत्सव का माहौल रहा। भाइयों ने बहनों को हर स्थिति में रक्षा करने का संकल्प लेते हुए अपनी शुभकामनाएं दीं।