फर्जी रजिस्ट्री के मामले में वैधानिक कार्रवाई के बदले ले रहे थे घूस
भोपाल। बडे भाई द्वारा छोटे भाई के सरकारी जमीन में बने मकान को ग्राम सचिव से मिलीभगत करके अपनी पत्नी के नाम फर्जी रजिस्ट्री करवाने के मामले में कार्रवाई के बदले रिश्वत ले रहे महानिरीक्षक पंजीयन कार्यालय के एक कर्मचारी और एक स्टेनो टाइपिस्ट को रंगे हाथों लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ा है। आरोपी रिश्वत की दूसरी किश्त लेते हुए पकडे गए।
इस बारे में लोकायुक्त एसपी मनु व्यास ने बताया कि फरियादी मोहम्मद हारून निवासी ग्राम उमर थाना रतनगढ़ जिला नीमच ने शिकायत की थी कि उसके बड़े भाई अल्ताफउद्दीन द्वारा ग्राम सचिव कन्हैयालाल के साथ मिलकर फर्जी भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र जारी करवाया। इसके बाद उसके शासकीय भूमि पर बने मकान की अपनी पत्नी श्रीमती तस्लीम बानो के नाम रजिस्ट्री करवा ली। इसके खिलाफ उसने कई कार्यालयों में आवेदन दिए, लेकिन सुनवाई नहीं हो सकी। इस पर उसने भाई अल्ताफउद्दीन एवं कन्हैया लाल तत्कालीन ग्राम सचिव के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई के लिए महानिरीक्षक पंजीयन कार्यालय भोपाल में आवेदन दिया। इस पर कार्रवाई के बदले महानिरीक्षक पंजीयन कार्यालय की शिकायत शाखा में कार्यरत कर्मचारी सनी कटारे ने 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। इसमें स्टेनो टाइपिस्ट जितेंद्र ठाकुर भी शामिल था, जिसने रिश्वत को कम करके किश्तों में लेने का आॅफर दिया। इसके बाद पहली किश्त के मंगलवार को 6 हजार रुपए लेने के बाद बुधवार को दूसरी किश्त के 3 हजार रुपए लेते हुए आरोपी सनी कटारे को लोकायुक्त की टीम ने धर दबोचा।