बेगमगंज। गले में दर्द होने पर गांव में उपचार करने वाले एक झोलाछाप द्वारा मरीज को इंजेक्शन लगाए जाने के बाद मरीज बेहोश हो गया जिसे तत्काल सिविल अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर ने चेकअप उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया। रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में लिया है ।
पीएम कराने पहुंचे परिजन विलाप करते हुए। |
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुनेहरा गांव निवासी वृंदावन लोधी करहोला गांव में डॉ शंकर लोधी के पास करीब 8-10 दिन से अपनी पत्नी मुन्नी बाई लोधी का हाथ पैरों में दर्द का उपचार करा रहे थे इसी दौरान वे शनिवार की शाम डॉक्टर के पास पत्नी का उपचार कराने पहुंचे तो उन्होंने अपना उपचार कराने के लिए डॉक्टर से कहा कि गले में दर्द हो रहा है जिस पर डॉक्टर ने उन्हें भी एक इंजेक्शन लगा दिया इंजेक्शन लगते ही वृंदावन लोधी 60 वर्ष बेहोश होकर बैंच से नीचे गिर पड़े तत्काल उन्हें निजी वाहन से डॉक्टर का पुत्र और अन्य लोग सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डाक्टर ने वृंदावन लोधी को मृत घोषित कर दिया।
मृतक की पत्नी मुन्नी बाई की रिपोर्ट पर पुलिस ने डॉ शंकर लोधी के विरुद्ध मर्ग कायम कर शव का पीएम कराने के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया है।
यहां आपको बता दें कि झोलाछाप डॉक्टरों का जाल गांव-गांव फैला हुआ है जो बिना डिग्री के लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मृतक के पुत्र हुकम सिंह ने डॉक्टर पर आरोप लगाया है कि मेरे पिता द्वारा मना करने के बावजूद डॉ शंकर लोधी द्वारा इंजेक्शन लगा दिया जिससे उनकी मौत हो गई।
इस संबंध में उपनिरीक्षक जितेंद्र सिंह राजपूत का कहना है कि मार्ग कायम कर जांच में लिया है डॉक्टर झोलाछाप है या रजिस्टर्ड यह जांच के बाद ही बता पाएंगे।