बेगमगंज। स्कूल शिक्षा विभाग ने सरकारी प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में पढ़ाई कराने के तौर तरीकों में बड़ा बदलाव किया है। केंद्र सरकार के निपुण भारत अभियान को मप्र में मिशन अंकुर नाम से शुरू किया है। प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर अब सरकारी स्कूलों में पढ़ाई को दो हिस्सों में बांट दिया है। सरकारी प्राइमरी और मिडिल स्कूलों की तीसरी से आठवीं कक्षा तक के सिलेबस में 60 प्रतिशत क्लास वर्क व 40 प्रतिशत प्रोजेक्ट वर्क शामिल है। जिसमें प्रोजेक्ट वर्क के नंबर भी जोड़े जाने लगे हैं जिसको लेकर नगर की अग्रणीय शैक्षणिक संस्था महर्षि कान्वेंट हायर सेकेंडरी स्कूल के माध्यमिक विभाग में कक्षा 6 - 7 के छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रोजेक्ट बनाए जा रहे हैं जो देखने में बहुत ही आकर्षक लग रहे हैं।
प्रोजेक्ट वर्क का प्रदर्शन |
प्रोजेक्ट वर्क की मॉडल प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें बच्चों ने हाथों से बनाए प्रोजेक्ट वर्क को प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी में बच्चों ने बड़ी ही लगन और मेहनत से जो सृजन का कार्य किया था, उसकी सभी ने खूब प्रशंसा की, साथ ही बच्चों का उत्साह से चमकता चेहरा भी देखने के लायक था। बच्चों द्वारा बनाए गए प्रोजेक्ट में विज्ञान से संबंधित हॉट वगैरह एवं पर्यावरण से संबंधित पेड़ उनके जेहन में उग आए आइसक्रीम के लाल पीले स्टीक थे तो फल उनके लिए टॉफी के पैकेज के समान कागजों पर रंग बिरंगे रूप में उतर आए थे। उद्घाटन स्कूल के संचालक सरस जैन ने करते हुए कहा कि बच्चों ने छोटे हाथों पर बड़े हौसले से जो कला का सृजन किया है वे जादुई हैं। उन्होंने कहा कि अगर एक बार आपकों कल्पनाओं की दुनिया से प्यार हो गया तब आप समझेंगे कि यह हर बंधन, हर नियम से परे है।