बेगमगंज। नगर की अग्रीय शैक्षणिक संस्था सेंट थॉमस सीनियर सेकेंडरी स्कूल द्वारा कक्षा 10 एवं 12 वीं बोर्ड का सेंटर पड़ोसी तहसील गैरतगंज किए जाने से छात्र छात्राओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें सुबह जल्दी उठकर गैरतगंज के लिए रवाना होना पड़ता है। और फिक्र रहती है कि कहीं लेट ना हो जाएं। पालको ने स्कूल प्रबंधन के इस फैसले के विरुद्ध नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे स्कूल प्रबंधन की मनमानी बताया है।
बोर्ड परीक्षा का बोझ लिए हुए छात्र छात्राएं संस्था के इस फैसले से नाराज होकर मजबूरन एग्जाम देने के दिन जा रहे हैं वैसे इसके लिए स्कूल ने वाहनों की व्यवस्था की है और किराए के रूप में कक्षा 10 के विद्यार्थियों से ₹350 और कक्षा 12 के विद्यार्थियों से ₹250 भी वसूल किए जा रहे हैं। जहां एक ओर सीबीएसई की पढ़ाई कठिन होने के साथ-साथ अंग्रेजी माध्यम से है उसमें वैसे ही छात्र छात्राओं को अधिक मेहनत करना पड़ती है उस पर संस्था द्वारा सेंटर चेंज कर दिए जाने से और अधिक भ
बोझ परीक्षा दे रहे छात्र-छात्राओं के मन मस्तिष्क पर पड़ रहा है। जबकि परीक्षा से पूर्व बुद्धिजीवी छात्र छात्राओं को खुले मन से और बिना किसी दबाव के परीक्षा देने के लिए प्रेरित करते हैं ताकि बच्चे परेशान होकर कोई गलत कदम नहीं उठाएं वही सेंट थॉमस सीनियर सेकेंडरी स्कूल के कर्ताधर्ताओं को इस बात की तनिक भी चिंता नहीं है कि बच्चों के मन मस्तिष्क पर सेंटर दूसरे शहर करने का क्या प्रभाव पड़ा रहा है। यदि ऐसे में किसी छात्र छात्रा द्वारा कोई गलत कदम उठा लिया गया तो उसका जवाबदार कौन होगा।
इस संबंध में जब पालकों से चर्चा की गई तो सब ने नाराजगी व्यक्त करते हुए परीक्षा देने अपने बच्चों को गैरतगंज भेजना मजबूरी बताया। उनका कहना था कि आखिरी टाइम पर संस्था द्वारा बताया गया कि परीक्षाएं गैरतगंज में होगी यदि पहले से पता होता तो हम अपने बच्चों को स्कूल से निकाल लेते। क्योंकि देर रात तक बच्चे परीक्षा की तैयारी में पढ़ाई करते रहते हैं और सुबह उन्हें जल्दी उठकर जाना पड़ता है। यदि स्कूल प्रबंधन ने अपना रवैया नहीं बदला तो आगामी वर्ष में आंदोलन का रवैया अपनाना पड़ेगा।