भोपाल। जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने मंगलवार को सागर में विभागीय समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कार्यों एवं परियोजनाओं की समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए। श्री सिलावट ने कहा कि निर्माण कम्पनी जितना काम करें उसे उसी अनुपात में भुगतान किया जाय।
मंत्री श्री सिलावट ने जल संसाधन विभाग के बांध और नहर परियोजना को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही अधूरे निर्माण कार्य और समय सीमा के अनुसार निर्माण कार्य की देरी पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए जल्द ही इन कार्यों को पूरा किया जाए।
मंत्री श्री सिलावट ने हीनौता, कडान, बंडा, पंचमनगर, कैथ, सूरजापुरा, सोनपुर, परकुल, साजली, सीतनगर, सतधारा और पवई बांध और परियोजनाओं के बारे में जानकारी ली। मंत्री श्री सिलावट ने कहा की किसानों के खेत में फसल की सिंचाई सबसे महत्वपूर्ण है। इसको समय पर उपलब्ध कराने से किसानों की फसल की पैदावार बढ़ेगी और खेती से आय में बढ़ोत्तरी होगी। सिंचाई का रक़बा बढ़ाना हमारा प्राथमिक दायित्व है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी का समाना न करना पड़े।
मंत्री श्री सिलावट ने अधिकारियों को विभाग के जर्जर भवन के सुधार और कार्यालय भवन निर्माण का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये। मंत्री ने अधिकारियो को कहा की डेम के कैचमेंट क्षेत्र और नहरों के किनारे पौधारोपण कराए। मुख्य अभियंता श्री अरविंद उपमन्यु, अधीक्षण यंत्री श्री सचिन इंद्रावल और कार्यपालन यंत्री श्री अखिल बिरथरे (सागर) उपस्थित रहे।
मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने सागर जिले में 163 करोड़ रूपये की लागत से निर्माणाधीन कड़ान परियोजना का निरीक्षण किया। परियोजना सागर जिले की नरयावली विधानसभा की लगभग 12 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा प्रदान करेगी करेगी। परियोजना का काम प्रगतिरत है। मंत्री ने निरीक्षण के दौरान बांध परियोजना का कार्य जून माह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पम्प हाउस का कार्य भी जून माह तक पूर्ण किया जाये, जिससे किसानों को रबी की फसल में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। मंत्री श्री सिलावट ने निरीक्षण के दौरान स्थानीय रहवासियों और किसानों से भी चर्चा की।