बेगमगंज। बिना बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना जैसे-जैसे मूर्त रूप लेती जा रही है वैसे वैसे डूब क्षेत्र की परतें खुलती चली जा रही हैं। अधिकारियों द्वारा शुरू से ही सही जानकारी नहीं दिए जाने की चर्चाएं आम है जो अब अधिसूचना जारी होते ही सही होती नजर आ रही हैं। डूब क्षेत्र में ग्राम सुमेर के कृषि भूमि सहित मकान के डूबने की अधिसूचना समाचार पत्रों में जारी होते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया है और लोग तरह-तरह की आशंकाओं कुशंकाओं भरी बातें करते नजर आ रहे हैं। और करें भी क्यों नहीं क्योंकि पहले से ही अधिकारियों द्वारा बराबर कहा जा रहा है कि सुमेर गांव डूब में नहीं आएगा अब जबकि समाचार पत्रों में कार्यालय कलेक्टर जिला रायसेन मध्यप्रदेश एवं पदेन सचिव मध्यप्रदेश शासन राजस्व विभाग रायसेन के द्वारा अधिसूचना जारी की गई है तो उसमें बताया गया है कि खसरा क्रमांक 85 कुल रकबा 1.862 हेक्टेयर मकान का रकबा 0.078 बीना सिंचाई परियोजना मडिया बांध के डूब प्रभावित हेतु, सार्वजनिक प्रयोजन हेतु आवश्यकता है धारा 11 की उप धारा 2 के तहत दी गई शक्तियों का प्रयोग करने के लिए परियोजना प्रशासक बेतवा परियोजना क्रियान्वयन इकाई क्रमांक 2 राहतगढ़ जिला सागर के लिए प्राधिकृत किया गया है।
बीना परियोजना मडिया डैम काम प्रगति पर |
अधिसूचना जारी होते ही ग्राम सुमेर में हड़कंप मचा हुआ है वहीं नगर में भी तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हो गई हैं कि जब अधिकारी आश्वासन देते रहे जनप्रतिनिधि भी कहते रहे की ग्राम सुमेर डूब में नहीं है और अब अधिसूचना में वहां का मकान डूब में आ रहा है तो बारिश में क्या स्थिति बनेगी इसका अंदाजा लोग अपने हिसाब से लगा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि सुमेर से ही ओवरफ्लो ब्रिज बनाने का काम तेज गति से चल रहा है जब इसका सर्वे हुआ था तो सुमेर के आखिर में जहां सोचालय बना है वहां से किया गया था बताया जा रहा है कि उसके सामने जो मकान बने हुए हैं वह डूब क्षेत्र में आ रहे हैं।
ग्राम सुमेर के लोगों का कहना है कि जब गांव के करीब तक पानी भरा रहेगा और कृषि जमीने डूब जाएंगी तो किस तरह से वहां परिवार के साथ रहना मुमकिन होगा। सरकार को चाहिए कि जमीन के साथ-साथ पूरे गांव को डूब क्षेत्र घोषित कर रह वासियों को कहीं और रहने के लिए जगह आवंटित कर दे। आपको बता दूं कि इससे पूर्व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को लेकर विगत माह ज्ञापन दिया गया था जिसमें भी मडिया बांध को लेकर अधिकारियों द्वारा आश्वस्त किया गया था कि शीघ्र स्थिति स्पष्ट की जाएगी और मुआवजे का वितरण भी शीघ्र कराया जाएगा। उस समय भी कांग्रेसियों ने मांग की थी कि डूब क्षेत्र की स्थिति स्पष्ट की जाए लेकिन अधिकारी अभी भी लोगों को भ्रमित किए हुए हैं। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश यादव ने बीना बांध के अधिकारियों से डूब क्षेत्र की स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है।
इनका कहना है:-
सुमेर ग्राम के दो या तीन मकान डूब लाइन मैं आ रहे है,वह पहले से ही चिन्हित है। मुआवजा के लिए सूचनाएं निकलती रहती है। किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नही है। यह प्रक्रिया पुरानी चल रही है। अभी 35 गांव के किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है।
अभिषेक चौरसिया एसडीएम बेगमगंज