बेगमगंज। गरीबों , मजलूमों, बेसहारों की बुलंद आवाज़, जिंदादिल इंसान हर मसले पर हक का साथ देने वाले मुजाहिदे मिल्लत सुप्रीम कोर्ट के वकील एहतेशाम हाशमी निवासी सागर का 40 साल की उम्र में हार्ट अटैक की वजह से देहली में इंतकाल हो जाने की खबर लगते ही क्षेत्र में शोक छा गया ।
स्वर्गीय एहतेशाम हाशमी |
जहां मस्जिदों और मदरसों में उनकी मगफिरत की दुआ की गई वही समाजसेवी संस्थाओं इस्लाहे मिल्लत कमेटी, जमीयत उलेमा, शूरा कमेटी, मंसूरी समाज संगठन, अल खैर ह्यूमन वेलफेयर सोसाइटी, मुस्लिम त्योहार कमेटी, आरिफ मसूद फैंस क्लब, नयू यंग मोमिन ग्रुप, के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने उनके निधन को कभी ना पूरी होने वाली क्षति बताते हुए खिराजे अकीदत पेश की।
खिराजे अकीदत पेश करने वाले प्रमुख जनों में वरिष्ठ अधिवक्तागण मतीन मियां, चांद मियां,सईद कमर खान, वजीर खां, जहाजेब खान, सईद नांदा, गुफरान अली, शरीफ मंसूरी, इकबाल खान, हारुन अनवर, जमीयत के सदर मौलाना सैयद जैद खां, मुफ्ती रुस्तम खां नदवी, मौलाना नजर मो. गोंडवी, मौलाना सामिद खां नदवी, मौलाना अदनान बारी नदवी, मुफ्ती जुनैद खां, हाफिज अकबर खां, हाफिज इलयास खां, हाफिज सादिक खान, शब्बीर अहमद पत्रकार, मुन्ना अली दाना, नासिर नवाब खान, मो. बाबर, परवेज खान, एहफाज सौदागर, शकील खां ठेकेदार, राशिद मंसूरी, अस्सू नाना, महफूज पायलेट, अबरार मंसूरी, उजैर खां एमजे, राजा खां बिरयानी,ताहिर सौदागर, हारून खां कांटा फूल,प्यारे आकाश,रफीक बाबा, छोटे मुन्ना दाना, अजहर शाह खान, उवैस मंसूरी आदि प्रमुख हैं।