बेगमगंज। लंबे समय से अपनी नियमितीकरण की मांग कर रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अब गुरुवार से हड़ताल का रास्ता चुना है। इस अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर सबसे अधिक आम जनता को हो रहा है। स्वास्थ्य व्यवस्था पर खासा प्रभाव पड़ रहा है। इधर हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें नियमित किया जाए।इस हड़ताल में डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ शामिल है सिविल अस्पताल क्षेत्र के करीब दो दर्जन संविदा कर्मी गुरुवार से हड़ताल पर चले गए हैं उसकी बाकायदा उन्होंने सूचना खंड चिकित्सा अधिकारी को हस्ताक्षर युक्त आवेदन सहित देते हुए मध्य प्रदेश संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा 7 दिसंबर से लगातार किए जा रहे आंदोलन के समर्थन में हड़ताल पर जाना बताया गया है।
सिविल अस्पताल बेगमगंज |
इस हड़ताल के पीछे की दो मुख्य वजह बताई जा रही हैं। पहला संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है की सभी का नियमितीकरण किया जाना चाहिए और दूसरा कि जिन लगभग तीन हजार संविदा कर्मियों को सेवा से बाहर किया गया है, उन्हें वापस बहाल किया जाए। संविदा कर्मियों का कहना है कि यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो उनकी यह प्रदेश व्यापी हड़ताल जारी रहेगी।
आपको बता दें प्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या की बात की जाए तो यह लगभग 32000 के पास है। ऐसे में घोषित अनिश्चितकालीन हड़ताल का सीधा सीधा असर आम लोगों पर और आम लोगों को मिलने वाली सुविधाओं पर पड़ने वाला है। संविदा कर्मियों का कहना है, जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती है, तब तक उनके द्वारा प्रदेश के सभी अस्पतालों में किसी भी तरह का काम नहीं किया जाएगा। अब देखना यह होगा कि ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा संविदा कर्मियों की मांगों को माना जाता है या तब तक के लिए कुछ वैकल्पिक व्यवस्था की जाती है।