बिजली समस्या को लेकर बिजली कंपनी के जेई से चर्चा करते किसान |
बेगमगंज। क्षेत्र के किसान लो वोल्टेज और बिजली कटौती की समस्या से त्रस्त हो चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों सहित नगरीय क्षेत्र में बिजली की समस्या को लेकर हाहाकार मचा हुआ है जहां एक सप्ताह में दो बार सुल्तानगंज इलाके मैं बिजली कार्यालय का घेराव का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ पाया था कि ध्वाज फीडर के किसानों ने शुक्रवार को बेगमगंज पहुंचकर बिजली कार्यालय में प्रदर्शन किया और जमकर खरी खोटी सुनाई।
तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते किसान |
किसानों कहना था कि बिजली के बिना फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे। आए दिन फाल्ट की वजह से तीन घंटे से लेकर पूरी रात ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बंद रहती है। फीडरों पर लोड की समस्या रहती है। कई गांव के ट्रांसफार्मर जले हुए डले हैं लेकिन उन्हें बदला नहीं गया है। दिन और रात में किसान लाइट का इंतजार खेतों में बैठकर कर रहे हैं यदि शीघ्र बिजली की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो ध्वाज फीडर के किसान बिजली का इंतजार करने के लिए खेतों पर बैठने की बजाए बिजली घर में आकर धरना प्रदर्शन करेंगे जिसकी समस्त जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
किसान सौरभ शर्मा ने आरोप लगाया कि बिजली कंपनी सिंचाई के लिए कनेक्शन देकर पैसे तो जमा करा लेती है लेकिन पर्याप्त बिजली न देकर किसानों को परेशान कर रही है क्षेत्र के किसान बहुत अधिक परेशान है।किसान रात दिन खेतों पर लाइट का इंतजार करते हैं और अधिकारी घरों में चैन की नींद सो रहे हैं।
किसान राजा भाई, अश्विनी कुमार श्रीवास्तव, विक्रम सिंह ठाकुर ने भी लापरवाह लाइनमैन पर आरोप लगाया कि जंफर जल गया लेकिन लाइनमैन को इसकी जानकारी नहीं है यही वजह है कि आज तक जंफर का सुधार नहीं कराया गया है।
किसान लक्ष्मीनारायण, भरत सिंह, शिवनारायण, करन सिंह ने आरोप लगाया कि चोरी से बिजली का उपयोग करने वालों पर विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही लाइनमैन को सब पता है कि अवैध रूप से कौन बिजली का उपयोग कर रहा है हम किसान पैसा देने के बाद भी परेशान हो रहे हैं। अवैध बिजली उपयोग करने वालों की कारण लोड अधिक पड़ने से ट्रांसफार्मर जल रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए।
गुस्साए किसानों से रूबरू होते हुए बिजली कंपनी के जेई विकास शर्मा ने किसानों की समस्याओं पर बातचीत की, तीन दिन में समाधान का आश्वासन दिया। और जले हुए जंफर को शीघ्र सुधाराने के लिए लाइनमैन को निर्देश दिए। तब किसानों का गुस्सा कुछ शांत हुआ लेकिन जाते- जाते वे चेतावनी दे गए कि यदि समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। बिजली कार्यालय से निकलने के बाद किसान नारेबाजी करते हुए सीधे तहसील पहुंचे और तहसीलदार एन एस परमार को ज्ञापन सौंपकर समस्या का शीघ्र समाधान कराने अन्यथा उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपने वाले किसानों में महगवां टप्पा, महुआ खेड़ा, धवाज, सागोनी के किसानों में सौरभ शर्मा,राजा भाई, अश्विनी कुमार श्रीवास्तव, विक्रम सिंह ठाकुर, लक्ष्मीनारायण, भरत सिंह, शिवनारायण, करन सिंह, मूरत सिंह, सुशील दुबे, सुखदेव दुबे, विनोद दुबे, अमर सिंह, कन्छेदी लाल, बंटी सिंह, देवी सिंह, चंद्रेश लोधी, कमलेश लोधी, विमलेश, रामदीन, धीरज सिंह, घनश्याम, खेमराज, कल्लू, शैतान सिंह, गोविंद सिंह, समेत अनेकों किसान शामिल थे।