बेगमगंज। पं. दीनदयाल उपाध्याय शासकीय महाविद्यालय प्राचार्य कल्पना जाम्भुलकर के मार्ग दर्शन एवं रूसा वर्ल्ड बैंक प्रभारी राकेश कनेल के नेत्तृव में विद्यार्थियों को रूसा एवं वर्ल्ड बैंक परियोजना के अंतर्गत भीमबैठका का शैक्षणिक भ्रमण कराया गया।
शैक्षणिक भ्रमण में भीमबैठका पहुंचे विद्यार्थी |
महाविद्यालय के विद्याथियों का शैक्षणिक भ्रमण ग्रुप बस से प्रातः साढ़े सात बजे महाविद्यालय से रवाना हुआ। भीमबैठका पहुचने पर विधार्थियों ने आदि मानव द्वारा बनायें गए शैल चित्रों एवं शैलाश्रयों के बारे में जानकारी प्राप्त की जिसमें बताया गया कि
भीमबैठका यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक है और इस स्थल को सन 2003 में वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया जा चुका है। इस प्रकार की सात पहाड़ियाँ में से एक भीमबैठका की पहाड़ी पर 750 से अधिक रॉक शेल्टर (चट्टानों की गुफ़ाएँ) पाए गए है जोकि लगभग 10 किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हुए है। भीमबैठका भारतीय उपमहाद्वीप में मानव जीवन की उत्पति की शुरुआत के निशानों का वर्णन करती है। इस स्थान पर मौजूद सबसे पुराने चित्रों को आज से लगभग तीस हजार साल पुराना माना जाता है। माना जाता है कि इन चित्रों में उपयोग किया गया रंग वनस्पतियों का था। जोकि समय के साथ-साथ धुंधला होता चला गया। इन चित्रों को आंतरिक दीवारो पर गहरा बनाया गया था। दल में शामिल विद्यार्थियों ने वहां की कलाकृतियों का आनंद उठाया। इसके पश्चात् लगभग दोपहर तीन बजे भोजपुर पहुंचे यहां बेतवा नदी के तट पर विन्ध्य पर्वत मालाओं के मध्य एक पहाड़ी पर स्थित विश्व के सबसे बड़े. शिवलिंग के दर्शन किए एवं मनोहारी दृश्य का अवलोकन किया इस शैक्षणिक भ्रमण में 42 विद्यार्थियों सहित महाविद्यालय से डॉ अखिलेश जैन, दीपिका कलमें, अश्विनी श्रीवास्तव, प्रताप कोली शामिल रहें।