बेगमगंज। नफरत छोड़ो संविधान बचाओ पदयात्रा दूसरे दिन राष्ट्रगान संविधान के उद्देश्य के वाचन के पश्चात प्रारंभ हुई। यात्रा साजी ग्राम में जैसे ही पहुंची पूरे ग्राम के आदिवासियों ने यात्रा का स्वागत बड़े हर्ष के साथ किया।
नफरत मिटाओ संविधान बचाओ पदयात्रा |
आदिवासियों ने बताया कि जल जंगल जमीन पर हमारा अधिकार होता है और हम मूलनिवासी हैं फिर भी हमारे ही अधिकार से हमारी आदिवासी मदद से जो पैसा आया और उसे जलाशय बनाया गया उक्त जलाशय का हमें ही पानी नहीं दिया जा रहा है हम कसम खाते हैं कि जब तक यह पानी हमें नहीं मिलता हम संघर्ष करेंगे।
यात्रा में मुलताई के पूर्व विधायक डॉ सुनीलम शामिल हुए उन्होंने कहा कि आज संविधान के मूल्यों पर भारी प्रहार हो रहा है। केंद्र सरकार तो हद पार कर गयी है। एक ओर बलात्कार, हत्या, दंगे आदि के जुर्म में सजा झेल रहे लोगों को रिहा कर रही है। जबकि उनके बेटे-बेटियों को पार्टी का टिकट दे रही है। वहीं दूसरी ओर सरकार का विरोध करने वाले बुद्धिजीवियों, राजनीतिक दलों, नेताओं सामाजिक कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमें में जेल भेज रही है लखीमपुर खीरी में आंदोलन कर रहे किसानों को केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री की गाड़ी रौंद दे इसमें चार किसान की मौत हो जाती है। यह इस बात का सबूत है कि सत्ता निरंकुश हो गयी है। इस यात्रा के माध्यम से हम संविधान की रक्षा के लिए लड़ेंगे और लोगों के साथ मिलकर संकल्प लेंगे। एक ऐसा भारत बनाने के लिए सावित्रीबाई फुले, ज्योतिबा फुले, फातिमा और हमारे सपनों का भारत हो ।
यात्रा में कुमार जितेंद्र रामू बेरखेड़ी, राजकुमार धनोरा, विक्रम सिंह सागौनी, राजू राजपूत जैसीनगर, आकाश राजपूत पिपरा, सुंदरलाल बचकइया ,शैलेंद्र देवल, गोविंद, प्रेम नारायण टेहरा टेहरी सहित दर्जनों किसान सम्मिलित हुए।