बेगमगंज। बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि निर्माण दिवस के रूप में बस स्टैंड पर क्लीन सिटी ग्रीन सिटी स्थित डॉक्टर साहब की प्रतिमा के समक्ष परशुराम अहिरवार की अध्यक्षता में मनाई गई।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर निर्वाण दिवस कार्यक्रम |
समाज बंधुओं ने बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और प्रतिमा के चरणो में नम आंखों से सभी महानुभाव ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए संपूर्ण मानव जाति के उद्धारक बाबा साहब को याद किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष परसराम अहिरवार ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने समाज में समरसता और राष्ट्र निर्माण में जो महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है वह अतुलनीय है। भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन जातिवाद को खत्म करने, गरीबों, दलितों, पिछड़े वर्ग के लिए न्योछावर कर दिया था। इसी कारण उनकी पुण्यतिथि को महानिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज हम सभी समाज में कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं यह बाबा साहब की देन है। बाबा साहब का विचार और आदर्श लाखों लोगों के लिए प्रेरणा है। उन्होंने जो सपना देखा था उसे पूरा करने के लिए हम सभी लोगों को एकजुट होना होगा।
बेरखेड़ी पंचायत की सरपंच सीमा चौधरी ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर समाज से ऊंच-नीच, भेदभाव सहित कई कुप्रथाओं के खिलाफ संघर्ष करते हुए अपना पूरा जीवन लगा दिया। उन्होंने कहा कि भय, भूख, दुख और लूट के खिलाफ बाबासाहेब की लड़ाई को आगे बढ़ाना है। बाबा साहब ने संविधान देकर हम सभी को ताकत दी है। पूरन सिंह अहिरवार ने कहा कि बाबासाहेब ने सिर्फ दलितों के उत्थान के लिए काम नहीं किया बल्कि देश के प्रत्येक नागरिक को सम्मानजनक जीवन प्रदान करने के लिए अपना सारा जीवन समर्पित कर दिया। हमें उनके बताए हुए रास्ते पर चलने की जरूरत है।
घासीराम राज ने संवैधानिक मूल्यों पर विशेष संदेश समाज के लिए दिया एवं समाज में व्याप्त कुरीतियों को जड़ मूल से खत्म करने के लिए संकल्प दिलाया। अन्य वक्ताओं ने भी बाबा साहब के समतामूलक समाज के बारे में जानकारी दी तथा अपने अपने विचार रखें बाबा साहब के विचार को आत्मसात करने के लिए सभी ने संकल्प लिया साथ ही शिक्षा एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनने के लिए समाज को एकजुट करने के की बात सभी ने कही। अन्य वक्ताओं में उमा अहिरवार, काशीराम अहिरवार, रामकृष्ण अहिरवार, पूर्व पार्षद विनोद जाटव, सरपंच हलके सिंह आदि ने भी विचार व्यक्त किए सभी ने जय भीम के नारे के साथ एकजुटता दिखाई।
संचालन पूरन सिंह अहिरवार ने करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए छोटे-छोटे बच्चे बड़े बुजुर्ग माताएं बहने उपस्थित रहे।