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पुस्तकालय के क्षेत्र में रोजगार के अवसर विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार संपन्न

बेगमगंज। पं. दीनदयाल उपाध्याय शास. महाविद्यालय  में 'पुस्तकालय के क्षेत्र में रोजगार के अवसर' विषय पर  राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया।   

पुस्तकालय के क्षेत्र में रोजगार अवसर पर सेमिनार

सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में स्वामी विवेकानंद शासकीय 'अग्रणी' महाविद्यालय रायसेन की प्राचार्य डॉ इशरत खान  ने आशीष वचन प्रदान करते हुए कहां की  व्यवसाय के रुप मे पुस्तकालयाध्यक्षता (लाइब्रेरियनशिप) रोजगार के विविध अवसर प्रदान करती है। पुस्तकालय तथा सूचना-विज्ञान में आज केरियर की अनेक संभावनाएं हैं। अच्छा शैक्षिक रिकार्ड तथा कम्प्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी में पर्याप्त कौशल रखने वाले व्यक्ति इस व्यवसाय में आकर्षक करियर बना सकते हैं। अर्हताप्राप्त लोगों को विभिन्न पुस्तकालयों तथा सूचना केन्द्रों में रोजगार दिया जाता है। प्रशिक्षित पुस्तकालय व्यक्ति अध्यापक तथा लाइब्रेरियन दोनों रूप में रोजगार के अवसर तलाश कर सकते हैं। वास्तव में, अपनी रुचि तथा पृष्ठभूमि के अनुरूप पुस्तकालय की प्रकृति चयन करना संभव है।

कार्यक्रम की संरक्षक एवं प्राचार्य  कल्पना जांभुलकर के नेतृत्व में, रूसा कार्यक्रम प्रभारी  राकेश सिंह कनेल के संयोजन में, कार्यक्रम आयोजक अश्विनी श्रीवास्तव एवं सह आयोजक वीर सिंह लोधी के तत्वावधान से सेमिनार आयोजित किया गया।     

मुख्य वक्ता के रूप में  काजल रतन ग्रंथपाल, शासकीय कन्या महाविद्यालय शिवनी मालवा, नर्मदापुरम ने व्याख्यान देते हुए कहा कि बीलिब, एमलिब, नेट/सेट या पीएचडी करने के पश्चात्  ग्रंथपाल के रूप में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।पुस्तकालय को सूचना, ज्ञान और मनोरंजन का संग्रह माना जाता है। इसके माध्मय से अधिक से अधिक लोगों तक नवीनतम सूचनाओं और ज्ञान सामग्री का बहुत कम खर्च में पहुंचना संभव हो पाता है। उपयोग के आधार पर पुस्तकालय को कई भागों में बांटा जा सकता है। इनमें सार्वजनिक पुस्तकालय, विश्वविद्यालय पुस्तकालय, निजी पुस्तकालय आदि शामिल हैं। वर्तमान समय में स्कूल हो या कॉलेज या फिर विश्वविद्यालय, सभी शिक्षण संस्थानों में पुस्तकालय की आवश्यकता है। विद्यार्थियों से लेकर शिक्षकों, यहां तक कि आम लोगों को भी अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए पुस्तकालय की जरूरत होती है।

वक्ता  दीपाली जैन, ग्रंथपाल शा. महाविद्यालय पचमढ़ी ने अपने व्याख्यान में कहा कि पुस्तकालय के क्षेत्र में बहुत रोजगार के अवसर हैं, केटलॉकर, क्लासीफायर, सहायक ग्रंथपाल आदि पदों पर, उच्च वेतनमान पर रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों रूपों में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सदस्यों एवं अनेक विद्यार्थियों ने सहभागिता की। कार्यक्रम का कुशल संचालन  केके साहू ने एवं आभार  दीपक कुमार अहिरवार ने व्यक्त किया।  कार्यक्रम में आरके जैन  का विशेष सहयोग रहा।



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