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बीना परियोजना के डेम निर्माण के बाद डूब क्षेत्र में आने वाले पुल का काम गति पर

7 पुल बनाने के लिए मुख्य मार्ग की साइटों  में मुरम, मिट्टी भर के रोड किया जा रहा है तैयार

121 करोड़ की लागत से माधव इंफ्रा कंस्ट्रेक्शन कंपनी कर रही काम, 

बेगमगंज। बीना परियाजना के तहत मड़िया डेम बनने के कारण डूब क्षेत्र में आ रहे मार्ग और गांवों के रास्ते पर ढाई किमी लंबा पुल के अलावा छोटे छोटे 6 पुल का निर्माण कार्य शुरु करने के लिए मुख्य सड़क के साइडें भरकर सड़क तैयार की जा रही है ताकि आवागमन वहां से शुरू किया जा सके। इसके लिए ठेकेदार की लेबर रात दिन काम में जुटी हुई है।      

वहीं दूसरी ओर बीना परियोजना के तहत मड़िया बांध का काम भी तेज गति से चल रहा है, इस बार की बारिश में डूब क्षेत्र के गांव तक पानी पहुंचने की आशंका के चलते प्रशासन ने गांव खाली कराने की चेतावनी दी थी। अगले वर्ष आने   वाली बारिश में गांव डूब क्षेत्र में आने की स्थिति बनेगी इसके लिए प्रशासन ने डूब क्षेत्र के गांव के लोगों को वहां से हटाने की पूरी तैयारी कर ली है ।

जहां एक और मडिया बांध बनकर तैयार होने की कगार पर पहुंच रहा है वहीं अभी तक भूअर्जन की कार्रवाई पूर्ण नहीं हो सकी है। अब भी कुछ गांवों की भू अर्जन  के अवार्ड पास होना शेष है। जबकि कुछ गांवों के अवार्ड पास हो चुके हैं। जहां काम शुरु हो चुका है, किसानों को भी इस बात की चिंता सता रही है कि काम शुरु हो चुका है और अभी तक न तो उन्हें मुआवजा दिया गया और ना ही उन्हें विस्थापन के लिए दूसरी जगह दी गई है । जबकि अधिकारियों कहना है कुछ गांव के लोगों के लिए मुआवजा दे दिया गया है शेष के लिए भी शीघ्र दिया जाएगा।

ऐसा बनेगा पुल और सड़क,121 करोड़ रहेगी लागत :- जानकारी के मुताबिक मडिया बांध के डूब क्षेत्र में सागर मार्ग का 9.105 किमी का हिस्सा डूब क्षेत्र में आ रहा है और इस डूब मार्ग पर सड़क और पुल का निर्माण होना है । जिसमें 2.61 किमी का बड़ा पुल होगा इसके अलावा 6 से 7 छोटे छोटे पुल भी तैयार किए जाएंगे । शेष भागों में सड़क बनाई जाएगी । 121 करोड़ की लागत से बन रहे इस पुल को आकर्षक और पर्यटन की दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए बनाया जा रहा है। काटन बाल और आसपास हरियाली को लेकर पैड़ पौधे आदि लगाएं जाएंगे । बीना परियोजना डेम और राहतगढ़ का वाटरफाल नजदीक होने के कारण यहां भी पर्यटक रुकेंगे और प्राकृतिक वातावरण का लाभ उठाएंगे। निर्माण का ठेका माधव इंफ्रा कंस्ट्रेक्शन को  दिया है। जिनके द्वारा ओवरफ्लो पुल बनाए जाने के लिए काम तेजी से शुरू कर दिया गया है पहले मरहले में आवागमन को मुख्य सड़क के साइड से तैयार किए गए कच्चे रोड पर डायवर्ट किया जाएगा।

परासरी नाले पर ज्यादा रहता है जलभराव :- जानकारी के मुताबिक बीना परियोजना मड़िया डेम का निर्माण होने के बाद करीब 10 किमी की सड़क रायसेन और सागर जिले की डूब क्षेत्र में आएगी । जिसमें पारासरी के नाले पर करीब साढ़े 6 मीटर ऊंचाई तक जलभराव की स्थिति बनेगी  । इस हिसाब से लगभग 10 मीटर ऊंचा पुल यहां पर बनाया जाएगा । वहीं शेष स्थानों की सड़क का  बैस ऊंचा उठाकर निर्माण किए जाने वाले पुलों के बराबर किया जाएगा।

इस संबंध में योगेश भोसले, एसडीओ जल संसाधन विभाग का कहना है कि किसानों काे मुआवजा वितरण की कार्रवाई पूरी हो चुकी है । किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें ।  शीघ्र किसानों के खाते में मुआवजे की राशि डाल दी जाएगी। 

दो साल में कर लेंगे पूरा काम

121 करोड़ की लागत से माधव इंफ्रा कंस्ट्रेक्शन को ओवरफ्लो फुल बनाने का ठेका दिया है । दो साल में पूरा काम करना है और निर्माण एजेंसी  भी तेजी के साथ काम कर रही है । उम्मीद है कि समय सीमा में काम पूरा हो जाएगा ।

             ( डीके स्वर्णकार , एजीएम एमपीआरडीसी भोपाल )

सागर रोड पर पुलों के निर्माण के लिए साइट से बनाया जा रहा है रास्ता

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