बेगमगंज। कुछ बच्चों के पैदा होते ही उनमें कुछ जन्मजात विकृतियां होती हैं जिनकी उपचार के लिए सरकार ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आयोजित किया है जिसके तहत एक छोटे बालक को कटे फटे होंठ की निशुल्क सर्जरी वरदान बन गई जिससे उसका होंठ सही हो गया।
आरबीएसके योजना मासूम के लिए बनी वरदान |
सिविल अस्पताल में आरबीएसके के डॉक्टर बबलू साहू से मिली जानकारी के मुताबिक वार्ड क्रमांक 4 निवासी आबिद खान की पत्नी अमरीन खान के यहां जब डिलीवरी हुई तो पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई और उसका होट जन्म से ही कटा हुआ था। करीब साढ़े तीन माह की उम्र में शासन की योजना राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत निशुल्क सर्जरी भोपाल लेक सिटी हॉस्पिटल में कराई गई जिससे बच्चे का कटा हुआ होंठ सही हो गया। परिजनों को किसी प्रकार का पैसा खर्च नहीं करना पड़ा उक्योत जना बच्चे के लिए वरदान साबित हुई।
इस संबंध में जानकारी देते हुए डॉ बबलू साहू ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एक नई पहल है जिसका उद्देश्य 0 से 18 वर्ष के बच्चों में चार प्रकार की परेशानियों की जांच करना है। इन परेशानियों में जन्म के समय किसी प्रकार के विकार, बीमारी, कमी और विकलांगता सहित विकास में रूकावट की जांच शामिल है। इसके तहत जन्म से लेकर 18 साल तक के बच्चों में किसी भी प्रकार की बीमारी हो तो सरकार उसका पूरा उपचार कराएगी। यह योजना खास तौर पर 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बनाई गई है। जिसमे मुख्य रूप से जन्मजात बच्चो की जन्म के समय की बीमारी का पता लगाकर उसका इलाज़ करना है।