बेगमगंज। ऐसा प्रतीत होता है कि मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग की नजर में बेगमगंज तहसील में कोई गणमान्य नागरिक ही नहीं बचा है इसीलिए उन्होंने बरेली के युवा नेता राहुल पटेल को महाविद्यालय जनभागीदारी समिति का अध्यक्ष नियुक्त करने की सूचना जारी कर दी है इसको लेकर दबी जुबान में विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। महाविद्यालय के छात्र छात्राओं से लेकर पूर्व छात्र यही चर्चा करते नजर आ रहे हैं की उच्च शिक्षा विभाग को महाविद्यालय बेगमगंज और सत्तापक्ष से जुड़े गणमान्य नागरिको को इस योग्य क्यों नहीं समझा कि उन्हें जनभागीदारी समिति का अध्यक्ष बनाया जा सके। जिसको लेकर अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल लोग जहां हतप्रभ हैं वहीं अन्य लोग विरोध प्रकट करने से पीछे नहीं हैं हर कहीं जन चर्चा आम है और लोग एक दूसरे को फोन लगा कर पूछ रहे हैं कि 2023 में विधानसभा चुनाव होना है और महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति में बाहरी व्यक्ति को अध्यक्ष पद का दायित्व सौंपकर किस ओर संकेत दिया जा रहा है।
महाविद्यालय बेगमगंज |
जब से पंडित दीनदयाल उपाध्याय महाविद्यालय प्रारंभ हुआ है तब से लेकर आज तक स्थानीय स्तर के लोगों को इसकी जवाबदारी सौंपी जाती रही है पहली बार तहसील से बाहर के व्यक्ति को थोपा जा रहा है। यदि समय रहते त्रुटी सुधार नहीं किया गया तो बगावत के स्वर सड़कों पर गूंजने लगेंगे। और इसका सीधा असर विधानसभा चुनाव पर पार्टी को भुगतना पड़ सकता है।