बेगमगंज। क्षेत्र का प्रसिद्ध स्थान जहां दूरदराज से लोग आते हैं और समय-समय पर यहां भंडारा आयोजित किया जाता है मंगलवार को इस तपोवन आश्रम में विशाल भंडारा आयोजित किया गया दूर-दराज के लोगों ने आकर यहां पर भोजन ग्रहण किया।
महंत भरत दास का आश्रम बेगमगंज से 12 किलोमीटर की दूर पश्चिम दिशा में कोकलपुर के पास जंगल में बना हुआ है। मनमोहक और फूलों की बगिया से सुसज्जित आश्रम देखने में अत्यंत सुंदर लगता है और यहां आने वालों को आत्मिक शांति मिलती है। आश्रम में आयोजित भंडारा मैं आसपास इलाके के करीब एक दर्जन गांव के लोगों ने आकर भोजन प्रसादी ग्रहण किया। भरत दास जी का आश्रम लगभग 500 वर्ष पुराना है इस आश्रम में शाम को 6 बजे के बाद किसी का भी प्रवेश वर्जित है कोई भी शाम को 6 बजे के बाद रात नहीं रुकता सिर्फ महंत भरत दास के अलावा।
क्षेत्र के लोगों का कहना है और मानना है कि शाम 6 बजे के बाद रूहानी शक्तियां जागृत हो जाती है। वातावरण एकदम शांत हो जाता है। क्षेत्र के लोग बताते हैं कि प्रकृति की गोद में रचा बसा भरत तपोवन भूमि जहां पर एक गुफा है 500 साल पुरानी जहां ऋषि मुनि तपस्या करते थे वहीं पर एक विशाल तुलसी स्थापित है और प्राचीन हनुमान जी का मंदिर है। सुन्दर फूलो का बगीचा हैं जहां पर घूमने से मन को शान्ति मीलती हैं।
जहां पर प्रति दिन भक्तो का आना जाना लगा रहता हैं। पर शाम होते ही सिर्फ महंत भरत दास जी अकेले हो जाते है ।यहां पर आजतक कोई बाहरी आदमी रात नहीं रुकता है।भरत तपोवन आश्रम मैं आयोजित भंडारा