भोपाल। पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रामखेलावन पटेल ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि सरकारी योजना का लाभ विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्द्धघुमक्कड़ परिवारों तक पहुँचाने के लिये उनकी गणना का कार्य जल्द किया जाये। उन्होंने इन वर्गों के लोगों के कौशल उन्नयन पर भी विशेष ध्यान दिये जाने पर जोर दिया है। राज्य मंत्री श्री पटेल आज मंत्रालय में गवर्निंग बॉडी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल एवं आयुक्त श्री गोपाल चंद्र डाड भी मौजूद थे।
राज्य मंत्री श्री पटेल ने कहा कि जिन युवाओं का चयन कौशल उन्नयन में किया जाये, उनकी शिष्यवृत्ति की राशि अनुसूचित-जाति, जनजाति के समान हो। राज्य मंत्री श्री पटेल ने प्रदेश में केन्द्र से मिलने वाले उन प्रस्ताव को शीघ्र तैयार करने के लिये कहा, जिनसे अल्पसंख्यक बहुल जिलों में शैक्षणिक संस्थाओं एवं अधो-संरचना के कार्य कराये जा सकें।
बताया गया कि विमुक्त जाति के हितग्राहियों के लिये पाठ्यक्रम आईटीआई में शीघ्र शुरू किये जा रहे हैं। पहले चरण में 180 हितग्राही को प्रशिक्षण दिलाये जाने की व्यवस्था की गई है। इस योजना के लिये करीब 50 लाख रूपये की व्यवस्था की गई है। बैठक में आईटीआई से प्रशिक्षित नवयुवकों के स्व-रोजगार की योजना पर भी चर्चा की गई। राज्य मंत्री श्री पटेल ने योजना में दिये जाने वाले अनुदान की राशि को समय पर हितग्राही तक पहुँचाये जाने के निर्देश दिये। बैठक में अभिकरण का नाम मध्यप्रदेश विमुक्त, घुमंतु एवं अर्द्धघुमंतु समुदाय विकास अभिकरण किये जाने का भी अनुमोदन किया गया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री राकेश गुप्ता एवं जेल विभाग के प्रतिनिधि मौजूद थे।