भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बाघ प्रिंट की अदभुत कला प्रकृति के बहुत नजदीक है। मांडू प्रवास के दौरान मुझे स्व-सहायता समूह की बहनों की बाघ प्रिंट से जुड़ी गतिविधियों को निकट से देखने-समझने का सौभाग्य मिला है। साथ ही मुझे प्राकृतिक रंगों और हाथ की कारीगरी के जादू से मनमोहक कलाकृति को उकेरती यह कला, प्रयोग कर सीखने को मिली है। स्व-सहायता समूह की बहनों और बाघ प्रिंट से जुड़े सभी कलाकारों को मेरी शुभकामनाएँ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान धार जिले के माण्डू में बाघ प्रिंट के कलाकारों की कलाकृति और महिला स्व-सहायता समहों के उत्पाद का अवलोकन कर कलाकारों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान एक जिला-एक उत्पाद, दीनदयाल अन्त्योदय योजना, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में हुए कार्यों से भी अवगत हुए। उन्होंने माण्डव के ऐतिहासिक महल, स्मारक और पर्यटन-स्थल देखे। मुख्यमंत्री, माण्डू के दो दिवसीय प्रवास पर थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व-सहायता समूह की महिला सदस्यों द्वारा जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक उत्पादों से निर्मित रंगों से की जा रही बाघ प्रिंटिंग को देखा। मुख्यमंत्री ने बाघ प्रिंट के कार्य को समझा और उसे कपड़े पर उकेरा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व-सहायता समूह की सदस्यों, स्थानीय शिल्पियों के द्वारा किये जा रहे कार्यों, उनके द्वारा निर्मित उत्पाद के संबंध में उनसे संवाद किया और बेहतर प्रगति के लिये तारीफ भी की। जिला पंचायत द्वारा स्व-सहायता समूह के सदस्यों को बाघ प्रिंट के कार्य के लिये प्रशिक्षित किया गया है। बाघ प्रिंट की माँग बढ़ने से कलाकारों की आय बढ़ी है। उत्सव, प्रदर्शनी और एक्सपो आदि से भी बाघ प्रिंट शिल्पियों को प्रोत्साहन मिल रहा है।