बेगमगंज। बीना नदी के पुल पर माला घाट पर बनाए गए पुल का एप्रोच मार्ग और पुल का कुछ हिस्सा करीब 3 फीट नीचे धसकने का मामला मीडिया द्वारा उजागर करने के बाद जिला शहर संभाग स्तर के अधिकारियों ने भी मुझ में डेरा डाल दिया था लेकिन पानी अधिक होने के कारण वह उस स्थान पर नहीं पहुंच पा रहे थे जहां पर पुल क्षतिग्रस्त हुआ था बारिश थमते ही अधिकारियों ने मौका मुआयना उपरांत अस्थाई रूप से ध से हुए हिस्से को अलग करके वहां पर भारी मात्रा में गिट्टी डालकर मार्ग का आवागमन स्थाई रूप से चालू करा दिया है।
क्षतिग्रस्त पुल के हिस्से को गिट्टी से भरकर मार्ग चालू कराया गया |
करीब 2:30 करोड़ की लागत से बना पुल बेगमगंज से 12 गांव को जोड़ता है पर पहली बारिश में ही फुल का पहला हिस्सा 3 फुट नीचे धसक गया था आवागमन रुक गया था। रायसेन जिले की बेगमगंज तहसील को विदिशा जिले से जोड़ने वाले बीना नदी पर बने माला पुल का बड़ा हिस्सा पहली बारिश ही नही झेल पाया । ओर पुल का एक ओर से बड़ा हिस्सा 3 फिट नीचे धंस गया थी। जिसके बाद प्रशासन को यह रोड बंद करना पड़ा था। लेकिन मीडिया ने इस मामले को गंभीरता से उठाया तो लोक निर्माण विभाग के ब्रिज कारपोरेशन के अधिकारी गण मौके पर पहुँचे ओर उन्होंने ठेकेदार आदित्य कंस्ट्रक्शन को निर्देश देकर फौरी तौर पर पुल से क्षत्रिग्रस्त मलवा हटवा कर वहां गिट्टी डलवा कर मार्ग को चालू करवा दिया हैं। हालांकि देखना होगा कि भ्रष्टाचार की नींव पर बन रहे ऐसे पुलों के जिम्मेदारो के खिलाफ सरकार कब सख्त होगी और उन पर कब कोई कार्यवाई सुनिश्चित की जाएगी।
रायसेन जिले में इस साल मंडीदीप ओर बेगमगंज से दो बड़े पुलों के टूटने की खबर सामने आई है। जिसे करोड़ो की लागत से बनाया गया था संबंधित विभागों ने फौरी मरम्मत का काम तो शुरू करवा दिया हैं लेकिन ठेकेदार या निर्माण एजेंसी के खिलाफ कोई कड़ी कार्यवाई अब तक सामने नही आई हैं।
मीडिया द्वारा मामले को सुर्खियों में लाने पर और त्वरित कार्रवाई विभाग द्वारा की जागरण मार्ग चालू करने पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोगों ने मीडिया की भूरी भूरी प्रशंसा की है।