मप्र के तीन जिलों बड़वानी, आलीराजपुर और धार के डेढ़ सौ किमी में असर
बड़वानी/भोपाल। गुजरात में जबर्दस्त बारिश के कारण नर्मदा नदी उल्टी बहने लगी है। नर्मदा का बहाव पूर्व से पश्चिम की ओर है, लेकिन भारी बारिश के बीच बांध के गेट बंद होने से अभी पश्चिम से पूर्व की ओर बहाव हो गया है। इसका असर आलीराजपुर, बड़वानी और धार जिले के करीब 140 किमी एरिया में दिखाई दे रहा है। यह बांध स्थल से धार जिले के चिखल्दा तक सर्वाधिक है।
विशेषज्ञों के अनुसार सरदार सरोवर बांध के गुजरात के जल संग्रहण इलाके में भारी वर्षा हो रही है, जबकि मध्य प्रदेश में कम हुई है। नतीजे में मंगलवार सुबह धार में तीर्थस्थल कोटेश्वर और चिखल्दा में नर्मदा उलटी दिशा में बहने लगी हैं। ज्ञात हो कि 2017 में गुजरात में बारिश के के दौरान सरदार सरोवर बांध के गेट बंद होने के बाद 4 अगस्त 2019 को इसी तरह नर्मदा उल्टी बही थी।
सरदार सरोवर बांध का 11 जुलाई सुबह छह बजे 115.55 मीटर से बढ़कर 12 जुलाई की सुबह छह बजे 117.14 मीटर हो चुका था। यानि बांध में 1.75 मीटर जलस्तर बढ़ा है। वहीं राजघाट में भी 1.60 मीटर जलस्तर बढ़ा है। एनवीडीए के अनुसार बीते तीन साल में जुलाई के पहले पखवाड़े में 24 घंटे में पहली बार 1.75 मीटर जलस्तर बढ़ा है। मध्य प्रदेश के धार जिले में खलघाट सरदार सरोवर बांध का जल संग्रहण का सबसे अंतिम छोर है। यहां 11 जुलाई को जलस्तर 129.50 मीटर था, जो 12 जुलाई को घटकर 128.80 मीटर हो गया। नतीजे में जल संग्रहण क्षेत्र के 180 किमी में से 140 किमी इलाके में विपरीत दिशा में बहने लगा।
सरदार सरोवर के जल संग्रहण क्षेत्र में अत्यधिक वर्षा के चलते नर्मदा का बहाव विपरीत दिशा में हो गया है। अब मध्यप्रदेश में बारिश होने के बाद वॉटर लेवल बैलेंस होने के बाद ही गुजरात की ओर बहाव हो पाएगा।
-आरवी सिंह, उपयंत्री, लोनिवि-एनवीडीए कुक्षी