बेगमगंज। सुल्तानगंज टप्पा के चौका बखत सिंह निवासी एक बालक के हाथ का अंगूठा लकड़ी से दब जाने के कारण प्राइवेट चिकित्सक से बेगमगंज आकर उपचार कराया गया जिससे बालक के शरीर में इंफेक्शन फैल गया पूरा शरीर में फफोले पड़ गए और हाथ पैर सुन हो गए तब परिजन उसको लेकर सागर गए वहां से करीब 1 माह से उसका उपचार चल रहा है लेकिन अभी तक बालक सही नहीं हुआ है बालक की पिता की रिपोर्ट पर संबंधित डॉक्टर के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफ आई आर दर्ज की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार का चौका बखत सिंह निवासी काशीराम सिलावट का पुत्र 14 वर्षीय बलराम सिलावट के हाथ के अंगूठे पर लकड़ी गिर गई थी जिससे उसके हाथ का अंगूठा जख्मी हो गया था जिसका इलाज कराने के लिए वह बेगमगंज मैं हनुमान बाग स्थित रवी क्लीनिक पर पहुंचे और वहां पर डॉक्टर रवि विश्वास द्वारा अंगूठे की मरहम पट्टी करने के उपरांत बाटल चढ़ाई गई इंजेक्शन लगाए गए जिससे उक्त बालक को इंफेक्शन हुआ पूरा शरीर सूज गया फफोले पड़ गए तब परिजन घबरा गए और तत्काल उसे सागर लेकर गए जहां पर जांच उपरांत बताया गया कि गलत दवा का डोज दिए जाने के कारण इंफेक्शन हो गया है तब से पिता अपने बालक का उपचार करा रहा है
बालक के पिता काशीराम सिलावट ने बतायि कि मेरे पुत्र को गलत इलाज करने पर इसके हाथ पैर बिल्कुल सड़ गए थे। डॉक्टर की गलती सामने आने पर उसकी शिकायत मैंने वरिष्ठ अधिकारियों को की थी जिस पर चिकित्सा विभाग द्वारा मामले की जांच उपरांत
रवि विश्वास के विरुध धारा 336, 337 एवं मध्य प्रदेश आयुर्वेदिक अधिनियम 24 के अंतर्गत लापरवाही पूर्वक इलाज करने पर प्रकरण दर्ज कराया गया है।
सीएमएचओ रायसेन डॉक्टर दिनेश खत्री का कहना है कि बेगमगंज के डॉक्टर रवि विश्वास की काफी लंबे समय से शिकायतें मिल रही थी। बिना रजिस्ट्रेशन ओर डिग्री के क्लिनिक संचालित था। क्लिनिक को शील कर दिया है। गलत उपचार से बालक की हालत खराब होने पर जांच उपरांत एफआईआर दर्ज कराई गई है। आगे भी इस तरह की कार्यवाही जारी रहेगी,जो भी प्राइवेट क्लीनिक संचालक नियमों के विपरीत संचालन करेगा उस पर कार्यवाही की जाएगी।