भोपाल। जैव-विविधता आज के परिप्रेक्ष्य में मानव जीवन के लिये आवश्यक घटक है। इसका अस्तित्व बनाये रखना बेहद जरूरी है। प्रमुख सचिव वन श्री अशोक वर्णवाल ने यह बात अंतर्राष्ट्रीय जैव-विविधता दिवस पर रविवार को आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
श्री वर्णवाल ने कहा कि जैव-विविधता संरक्षण के लिये जैव-विविधता प्रबंधन समितियों की सक्रियता और जैव-विविधता संस्थानीय समुदायों की भागीदारी आवश्यक है। इसके लिये बोर्ड द्वारा वन परिक्षेत्र स्तर पर तैयार किये जा रहे मास्टर-ट्रेनर की भूमिका महत्वपूर्ण साबित हो सकेगी।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री आर.के. गुप्ता ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने बताया कि स्थानीय जैव-विविधता का संरक्षण एवं पारम्परिक ज्ञान के दस्तावेजीकरण के लिए लोक जैव-विविधता पंजी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिये इससे जुड़े व्यक्तियों का सक्रिय सहयोग लेना होगा।