शिव मंदिर होने संबंधी दस्तावेजों के अध्ययन के बाद आएंगे भोपाल
भोपाल। भोपाल की जामा मस्जिद के शिव मंदिर होने संबंधी मुकदमें की नि:शुल्क पैरवी ज्ञानवापी मस्जिद (काशी) के वकील हरीशंकर जैन करेंगे। इसके लिए पुरातात्विक और ऐतिहासिक दस्तावेजों का अध्ययन करने के बाद भोपाल आएंगे।
इस बारे में पीपुल्स समाचार से दूरभाष पर एडवोकेट हरीशंकर जैन ने बताया कि उनसे इस बारे में संपर्क किया गया है। इस पर उन्होंने समस्त दस्तावेज मांगे थे, लेकिन उनको वाट्सएप पर भेजे गए। कोर्ट कार्यवाही के लिए प्रमाणित हार्डकापी की जरूरत होती है। जैन के अनुसार उन्होंने हॉर्डकापी भेजने के लिए कहा है, ताकि अध्ययन कर सकें। इसके बाद पुष्टि होने पर वह पैरवी करने भोपाल आएंगे। ज्ञात हो कि हरीशंकर जैन फिलहाल ज्ञानवापी मस्जिद सहित अन्य 12 हिंदू और जैन मंदिरों के मामलों में भी वकील हैं। जैन ने रामजन्मभूमि मामले में भी हिंदू महासभा का प्रतिनिधित्व किया था।
जिला कोर्ट में पिटीशन की तैयारी
संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी के अनुसार जामा मस्जिद के सभामंडल शिवमंदिर होने के सबूतों के साथ भोपाल जिला कोर्ट में पिटीशन लगाई जाएगी। इसके लिए 114 साल पुराने दस्तावेज इकट्ठे किए हैं। इनमें अंग्रेजों के भोपाल स्टेट गजेटियर-1908 में भी मस्जिद में शिव मंदिर होना बताया गया है। इसके 50 साल के बाद 1958 में मस्जिद का वक्फ रजिस्ट्रेशन हुआ था। भोपाल की पहली महिला नवाब कुदसिया बेगम ने 1832 से 1857 ई. के बीच मस्जिद तामीर करवाई, जिसका जिक्र उर्दू में लिखी किताब 'हयाते कुदसी' में किया गया है। ये बुक हिंदी और अंग्रेजी दोनों में है, जिसमें मस्जिद में शिव मंदिर होना बताया है।