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केश शिल्पियों को काम के आधुनिक तरीके अपनाने के लिए राज्य सरकार देगी सहायता : मुख्यमंत्री चौहान

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सर्वसमाज को जोड़ने में सेन समाज की महत्वपूर्ण भूमिका है। सामाजिक विकास के क्रम में ऐतिहासिक रूप से सेन समाज के लोगों ने अपने प्रति जो विश्वास अर्जित किया है वह समाज की बड़ी धरोहर है। हमारे लगभग सभी संस्कारों में सेन समाज की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। समाज ने सत्य,अहिंसा, सामाजिक समरसता, सद्भाव और सेवा का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। सेन समाज ने सदैव परिवार और समाज को जोड़ने का काम किया है। बदलते समय के साथ, समाज के परम्परागत कार्य के तरीकों में भी बदलाव आ रहा है। समाज की युवा पीढ़ी भी अन्य कौशल और व्यवसायों में अग्रसर हो रही है। राज्य सरकार परम्परागत कार्य के तरीकों में आ रहे बदलाव के अनुसार नई तकनीक को अपनाने में युवाओं को आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराएगी। साथ ही जो युवा आगे पढ़ाई करना चाहते हैं और जो अन्य कौशलों को जीवनयापन के स्रोत के रूप में अपनाने के इच्छुक हैं, उनके लिए भी आवश्यक मार्गदर्शन और सहायता की व्यवस्था की जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान मुख्यमंत्री निवास पर केश शिल्पियों के सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दीप जला कर तथा संत शिरोमणी सेन महाराज के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और केश शिल्पियों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिला सशक्तिकरण को समर्पित गीत के साथ कन्या-पूजन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम के बाद केश शिल्पियों के साथ भोजन किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में केश शिल्पी मंडल बनाया गया है। स्ट्रीट वेंडर योजना, मुद्रा योजना और मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना का लाभ लेकर समाज बंधु के परम्परागत व्यवसाय का आधुनिक उपकरणों के साथ बेहतर संचालन कर सकते हैं। आगे अध्ययन और प्रतियोगी परीक्षा में भाग लेने के इच्छुक युवाओं की हरसंभव सहायता की व्यवस्था भी है। विकास की दौड़ में जो भी पीछे झूट गए हैं उनकी उन्नति के लिए राज्य सरकार हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के लिए यह गौरव का विषय है कि संत सेन जी महाराज का जन्म बांधवगढ़ में हुआ। उनके स्मारक के लिए राज्य शासन द्वारा 2 एकड़ भूमि तथा राशि की व्यवस्था की गई है। संत शिरोमणी सेन जी महाराज के भव्य स्मारक के निर्माण में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। यह स्मारक सामाजिक समरसता के केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।

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