अरुण यादव की पसंद के आगे पीसीसी हुई नतमस्तक
भोपाल। अंतत: बुरहानपुर और खंडवा के शहर और ग्रामीण कांग्रेस जिलाध्यक्षों को छह महीने के बाद बहाल कर दिया है। इन चारों जिलाध्यक्षों को सालों से पदों पर जमे रहने और पार्टी संगठन को नेस्तनाबूद करने के आरोपों में हटाया गया था। नए जिलाध्यक्षों के नामों का पैनल बनाने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने बुरहानपुर और खंडवा के दौरे करके राय शुमारी तक की गई थी, लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव की पसंद के आगे सारे पैनल बेमानी साबित हुए और पुराने अध्यक्षों को ही बहाल करना पड़ा।
ज्ञात हो कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने 9 दिसंबर 2021 को खंडवा और बुरहानपुर के शहर एवं ग्रामीण जिलाध्यक्षों को हटा दिया गया था। इसकी वजह थी, खंडवा लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह पुरनी द्वारा की गई शिकायत, जिसमें चारों जिलाध्यक्षों द्वारा काम नहीं करने और नुकसान पहुंचाने की बात थी। इस शिकायत को जांच में सही पाए जाने के बाद चारों जिलाध्यक्ष को हटाने के साथ ही नए अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया शुरु करते हुए एआईसीसी के सचिव और मप्र कांग्रेस सहप्रभारी सीपी मित्तल और कुलदीप इंदौरा ने दो-दो बार बुरहानपुर और खंडवा में रायशुमारी की। इसके बाद नामों का पैनल बनाकर पीसीसी को सौंप दिया। बाद में नामों का पैनल दिल्ली भेज दिया गया, ताकि वहां से फाइनल होकर घोषणा हो जाए।
पंचायत चुनाव और अरुण यादव इफेक्ट
सूत्रों का दावा है कि पंचायत चुनावों की घोषणा के साथ ही ओबीसी आरक्षण का मुद्दा गर्माने के बाद पार्टी का फोकस भाजपा को घेरने के लिए बतौर ओबीसी चेहरा अरुण यादव की जरूरत है। ऐसे में अरुण यादव की पसंद वाले चारों जिलाध्यक्षों की बहाली के लिए सोनिया गांधी की ओर से इशारा मिलने के बाद बहाली का आदेश जारी करना पड़ा।
यह पैनल गई थी दिल्ली
खंडवा शहर-हर्ष पाठक, विदित पाठक
खंडवा ग्रामीण-अवधेश सिसौदिया, डॉ मनीष मिश्रा
बुरहानपुर शहर- नूर हमीद काजी, रिंकू टांक
बुरहानपुर ग्रामीण- कैलाश पटेल, रविंद्र महाजन
छह महीने बाद हुए बहाल
खंडवा शहर-इंदल सिंह पंवार
खंडवा ग्रामीण-ओंकार पटेल
बुरहानपुर शहर- अजय रघुवंशी
बुरहानपुर ग्रामीण- किशोर महाजन
प्रदेश अध्यक्ष का निर्णय
अध्यक्षों की बहाली का निर्णय प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का है, जोकि ठीक ही है। इस बारे में प्रदेश स्तर पर ही निर्णय करने के बारे में तय हुआ था।
सीपी मित्तल, सेक्रेटरी, एआईसीसी (मप्र प्रभारी)