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चिड़िया घर में सफेद मादा टायगर ने जन्मे दो शावक, परिवार बढ़ाया

दो शावकों में एक अस्वस्थ, जबलपुर के टायगर एक्सपर्ट देख रहे हैं इसे 

मीरा, लव से दो और शावकों ने लिया जन्म

ग्वालियर। गांधी प्राणी उद्यान (चिड़िया घर) में सफेद शेरनी मादा मीरा ने मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात दो शावकों को जन्म दिया है। इनमें एक सफे दशावक है और दूसरा पीला है। इनमें पीला शावक की गर्दन टेढ़ी दिख रही है। इसे लेकर ही अब जबलपुर के टायगर एक्सपर्ट डाक्टर एवी श्रीवास्तव और ग्वालियर के डा. उपेन्द्र यादव नजर रखे हुए हैं। चिड़ियाघर में सफेद टायगरों की अब संख्या आठ हो गई है।  इससे पहले 2018 में इसी मादा टायगर मीरा ने तीन शावकों को जन्म दिया था। 

इस समय वे तीनों बड़े हो गए हैं और चिड़ियाघर में टायगरों की संख्या आठ हो गई है। चिड़ियाघर प्रभारी गौरव परिहार का कहना है कि मादा और दोनों शावक स्वस्थ हैं लेकिन एक पीले शावक की गर्दन टेढ़ी होने से शंक ा हो रही है। हालांकि जन्मजात गर्दन टेढ़ी होना कोई समस्या नहीं है। क्योंकि उक्त शावक दूध पी रहा है। चिड़ियाघर में सफेद टायगरों की संख्या आठ हो गई  है। 

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मादा जमुना के ग्वालियर आने के बाद से सफेद टायगर से इनका कुनबा बढ़ता जा रहा है। सरंक्षित प्रजाति का यह सफेद टायगर का कुनबा बढ़ने से चिड़ियाघर के सभी लोग खुश हैं। गौरव ने बताया कि मादा मीरा और एक पीला शावक स्वस्थ है जबकि  दूसरे शावक का उपचार शुरू हो चुका है।

पशु चिकित्सकों के अनुसार अभी मादा मीरा को भोजन के रूप में हल्का खाना जैसे चिकन सूप, दूध, उबले हुए अंडे दिए जा रहे हैं। निगमायुक्त  आशीष तिवारी द्वारा चिड़िया घर प्रभारी को निर्देशित किया है कि शिशु शावकों के स्वास्थ्य पर विशेष निगरानी रखने के साथ ही उन्हें तीस से चालीस दिन तक आइसोलेशन में रखा जाए। साथ ही स्वास्थ्य संबंधी केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के समस्त प्रोटोकॉल का पालन किया जाए।

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