भोपाल। राष्ट्र वर्ष 2021-22 को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। आयुष विभाग द्वारा भी इस महोत्सव में अनेक गतिविधियाँ वर्षभर संचालित करने की योजना बनाई गई है। इसी के तहत विभाग द्वारा "आयुष आपके द्वार'' कार्यक्रम से घरों में औषधीय पौधों के रोपण के लिये औषधीय पौधों का नि:शुल्क वितरण किया गया।
पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि आयुष पद्धति हमारे देश की प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति है। हमारे आयुर्वेद को दूसरे देश आयुर्वेदा के नाम से उपयोग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में योग को पूरे विश्व ने अपनाया। उन्होंने कहा कि भारत देश के पास औषधि, आरोग्य, समृद्धि है। हम लोगों को चिरजीवन देना चाहते हैं। भारत में एक-एक पौधे का औषधि महत्त्व है। आरोग्य जीवन में आयुर्वेद की विशेष मान्यता है। हम लोगों को देश की सदियों से प्रमाणित मूलभूत चीजों को अपनाना चाहिए।
सुश्री ठाकुर ने कहा कि महाविद्यालय के अस्पताल में रहकर उन्होंने अपना इलाज करवाया है। महाविद्यालय प्रांगण में भगवान धन्वंतरि का मंदिर बनवाया जाएगा और आने वाले समय में जरूरत के अनुसार भवन में सांसद निधि से लिफ्ट की भी व्यवस्था की जाएगी।
इस मौके पर प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती करलिन खोंगवार देशमुख ने बताया कि योग से निरोग कार्यक्रम के तहत डेढ़ लाख लोग लाभान्वित हुए हैं। आयुर्वेदिक दवाओं सहित त्रिकटु चूर्ण लगभग चार करोड़ लाभार्थियों तक पहुँचाया गया है। हर जिले में हर्बल गार्डन विकसित किए जा रहे हैं। इसमें 16 प्रकार के औषधीय पौधों का रोपण आवश्यक रूप से कराया जा रहा है।
शुरुआत में महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. उमेश शुक्ला ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम में उद्यानिकी आयुक्त श्री एम.के. अग्रवाल भी उपस्थित थे। इस अवसर पर आयुर्वेद को जन-जन तक पहुँचाने के लिए वार्षिक कैलेंडर का विमोचन भी किया गया।