भोपाल। प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री मनीष सिंह ने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन क्लस्टर्स की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं की संचालन प्रक्रिया सुगम होनी चाहिये। श्री सिंह ने कहा कि इन परियोजनाओं की सफलता भविष्य में क्लस्टर आधारित परियोजनाओं के लिये मॉडल के रूप में काम करेगी।
आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री निकुंज श्रीवास्तव ने कहा कि परियोजनाओं के लिये भूमि का आवंटन यथाशीघ्र कराया जायेगा। उन्होंने संभागीय संयुक्त संचालकों को क्लस्टर आधारित परियोजनाओं की सतत निगरानी के निर्देश दिये। बैठक में क्लस्टर्स के क्रियान्वयन में आने वाली समस्याओं एवं बाधाओं के संबंध में क्षेत्रवार चर्चा की गई। उल्लेखनीय है कि तीन क्लस्टर्स के अंतर्गत प्रदेश के 44 नगरीय निकायों को शामिल किया गया है। इन परियोजनाओं में केन्द्रीयकृत मॉडल से प्रदेश में कचरे का प्रबंधन किया जा रहा है। इसमें आसपास के शहरों में प्रतिदिन संग्रहित अपशिष्ट को केन्द्रीयकृत इकाई में लाकर प्र-संस्करण किया जाता है। इसी आधार पर सागर और कटनी में कचरे से कम्पोस्टिंग इकाई तथा रीवा में कचरे से बिजली उत्पादन इकाई संचालित की जा रही है। बैठक में उप संचालक स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) श्री नीलेश दुबे द्वारा आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के संबंध में प्रस्तुतिकरण दिया गया।