भोपाल। निवेशकों के हितों को ध्यान में रखकर ही इथेनॉल और जैव ईंधन निर्माण के लिये समग्र नीति बनाई जाएगी। यह आश्वासन उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगाँव ने निवेशकों से मंत्रालय में विस्तृत चर्चा के बाद दिया। बैठक में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा एवं प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ला भी मौजूद थे।
मंत्री श्री दत्तीगाँव ने कहा कि प्राप्त अच्छे सुझावों का मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से विस्तृत चर्चा कर नीति बनाते समय ध्यान रखा जाएगा। नीति इस प्रकार बनाई जाएगी जिससे मध्यप्रदेश में उद्योग स्थापित करने निवेशक आकर्षित करने तथा मध्यप्रदेश में आसानी से उद्योग स्थापित करना आसान हो।
इथेनॉल और जैव ईंधन उत्पादन के लिये मध्यप्रदेश आदर्श राज्य है। यहाँ इथेनॉल उत्पादन के लिये कच्चा माल बहुतायत में उपलब्ध है, साथ ही उद्योग स्थापित करने के लिये सभी अनुमतियों के लिये सिंगल विंडो सिस्टम के साथ "इज ऑफ डूइंग" नीति को फॉलो किया जाता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की नीति एवं तकनीकी अपडेट के साथ कच्चा माल लेने से लेकर उत्पाद बेचने तक सभी बातों को ध्यान में रखकर समग्र दृष्टिकोण के साथ नीति बनाई जाएगी।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि केन्द्र सरकार की नीति से साम्यता रखते हुए तकनीक परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए आसान और बेहतर नीति लाएंगे। ज्यादा से ज्यादा उद्योग इस क्षेत्र में आएंगे तो रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ-साथ पर्यावरण में भी सुधार होगा।