बारां। बारां में मंगलवार को आकाशीय बिजली का कहर टूट पड़ा। बिजली गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। इनमें एक महिला भी शामिल है, जिसकी मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। किशनगंज थाना क्षेत्र के सेवनी पंचायत के स्वरूपुरा गांव में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग झुलस गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया। जहां से उन्हें बारां रेफर किया गया। सूचना पर कलेक्टर जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों की कुशलक्षेम पूछी। मरने वालों में काशीराम सहरिया (39) और राजकुमार सहरिया (19) शामिल हैं। जबकि पवन (17) और दिनेश (21)घायल हुए हैं। सभी खेत पर काम करने गए थे। दूसरी ओर कस्बाथाना थाना क्षेत्र के मझोला गांव में मंगलवार को एक ही परिवार के चार सदस्यों पर बिजली गिर गई। बिजली गिरने से परिवार की एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिवार के 3 घायल सदस्यों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि काशीराम, उनके बेटे पवन, राजकुमार व दिनेश तीनों एक साथ खेत मे काम कर रहे थे। अचानक बारिश शुरू हो गई। चारों बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे चले गए। लगभग डेढ़ बजे अचानक से बिजली कड़की और तेज धमाका हुआ। जिससे खेत में काम कर रहे काशीराम व राजकुमार जमीन पर गिर गए। जबकि काशीराम का बेटा पवन व उसका साथी दिनेश घायल हो गए। धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग मदद को दौड़े। पुलिस को सूचना दी। थानाधिकारी ओम प्रकाश वर्मा मौके पर पहुंचे। घायलों को अस्पताल पहुंचाया। जिन्हें बाद में इलाज के बारां रेफर किया गया इधर बारां अस्पताल में पहुंचकर में कलेक्टर राजेंद्र विजय ने घायलों के हाल जाने। कलेक्टर में दो लोगों की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि मृतकों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। उन्होंने ने पीड़ितों को राजकीय सहायता व आपदा में तत्काल मदद देने की बात कही।
चारों एक ही परिवार के सदस्य हैं
मझोला में गिरी बिजली गिरने से घायल हुए चारों सदस्य बृजेश पुत्र कोमल जाटव व दौलत, बत्ती बाई व कल्ली एक ही परिवार के सदस्य हैं। जो खेत पर काम कर रहे थे। शाम को बारिश होने के बाद चारों खेत में पेड़ के नीचे आकर खड़े हो गए। तभी बिजली गिरने से चारों मौके पर झुलस गए। चारों को उपचार के लिए कस्बे के स्वास्थ केंद्र पर लाया गया। जहां से गंभीर हालत होने पर केलवाड़ा रेफर कर दिया। उपचार के दौरान कल्ली पत्नी बृजेश (30) ने दम तोड़ दिया। जबकि पति बृजेश की हालत गंभीर बनी हुई है वहीं दौलत व बत्ती का भी उपचार जारी है।