भोपाल। पर्यावरण मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग ने बताया कि जल्दी ही मंदसौर जिले का रियासत कालीन सीतामऊ तालाब खूबसूरत पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। तालाब की पाल का सुदृढ़ीकरण करने के साथ इस पर सुबह की सैर करने वालों के लिए वाकिंग ट्रैक भी बनाया जाएगा। पाल के दोनों ओर सुंदर उद्यान विकसित होंगे। तालाब के सौंदर्यीकरण के साथ क्षेत्र और पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के भी प्रयास किए जाएंगे। तालाब से मिलने वाले नाले को डाइवर्ट किया जाएगा।
मंत्री श्री डंग ने बताया कि शहरी जलीय निकायों का संरक्षण योजना के तहत सीतामऊ तालाब के संरक्षण प्रबंधन एवं पर्यावरणीय उन्नयन के लिए 71 लाख 28 हजार रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। योजना का क्रियान्वयन दो चरणों में होगा। पहले चरण में 37 लाख 3 हजार और दूसरे चरण में 33 लाख 98 हजार रुपए के कार्य किए जाएंगे। पहले चरण के लिए विमुक्त की गई राशि का उपयोगिता प्रमाण-पत्र एवं संतोषप्रद प्रगति पाए जाने पर द्वितीय चरण की राशि विमुक्त की जाएगी।
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि सीतामऊ तालाब की क्षेत्र के पेयजल संतुलन में महती भूमिका है। तलाब के जल से भूमिगत जल स्तर अच्छा रहने से इलाके के कुओं और हैंडपंप में पर्याप्त मात्रा में पानी मिलता है। तालाब मछली पालन के काम भी आ रहा है। चंबल जल लाइन में व्यवधान होने पर यह जलापूर्ति का वैकल्पिक साधन भी है। वर्षा काल में तालाब के पाल की दूसरी ओर पानी की चादर गिरने वाले स्थान पर एक स्विमिंग पूल भी बनाया गया है, जो तैराकी सीखने वालों के लिए एक सुरक्षित सुविधा है।