‘आई है आजादी गोरी, भारत निहाल है’
भोपाल। आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज (शुक्रवार को) सीहोर मध्य प्रदेश में भव्य फोटो प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जिले के डिप्टी कलेक्टर श्री आदित्य जैन और सीएसपी श्रीमती अर्चना अहीर ने प्रदर्शनी का शुभारंभ किया । शुभारंभ के इस अवसर पर रीजनल आउटरीच ब्यूरो भोपाल के अपर महानिदेशक श्री प्रशांत पाठराबे भी उपस्थित थे। शुभारंभ के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत वेशभूषा प्रतियोगिता से हुई । इस प्रतियोगिता में स्वाधीनता आंदोलन के अमर सेनानियों के भेष में बच्चों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया। इनमें कुंवर चैन सिंह ,रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह चंद्रशेखर आजाद आदि महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की वेशभूषा में बच्चों ने शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों को अतिथियों ने अतिथियों ने पुरस्कृत किया ।
कार्यक्रम में गीत एवं नाटक प्रभाग के रजिस्टर्ड दल द्वारा देशभक्ति पर आधारित रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए जिसमें आई है आजादी गोरी भारत निहाल है ,गीत को उपस्थित लोगों ने बहुत सराहा। कार्यक्रम में स्वाधीनता आंदोलन पर केंद्रित प्रश्न मंच का भी आयोजन किया गया इसमें छात्रों सहित अन्य लोगों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिप्टी कलेक्टर श्री आदित्य जैन ने कहा यहां आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदर्शनी के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की गाथाओं का अच्छे से चित्रण किया गया है और विशेषकर इस क्षेत्र के स्वाधीनता आंदोलन में इस क्षेत्र के अमर सेनानियों का क्या योगदान है उसके विषय में अच्छी जानकारी दी गई है जिससे कि यहां युवाओं को प्रेरणा मिलेगी । इस अवसर पर उपस्थित सीएसपी श्रीमती अर्चना अहीर ने कहा कि नई युवा पीढ़ी को इन महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की गाथा से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और इन सेनानियों का हमारी आजादी में क्या योगदान है इससे भी वे परिचित होंगे।
इसके अतिरिक्त प्रदर्शनी स्थल पर विभिन्न स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों विशेषकर मध्य प्रदेश के गुमनाम और जाने-माने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का शानदार चित्रण किया गया है । इस प्रदर्शनी स्थल में विशेषकर सीहोर के स्वाधीनता संघर्ष की घटनाओं को याद किया गया है जिसमें जलियांवाला बाग के 61 वर्ष पूर्व मकर संक्रांति 14 जनवरी 1858 को क्रांतिकारी वीरों को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। देशभक्तों ने 6 अगस्त 1857 को अंग्रेजी साम्राज्य ध्वस्त करते हुए सीहोर कंटोनमेंट सिपाही बहादुर के नाम से अपनी स्वतंत्र सरकार स्थापित कर ली थी । यह देश की अनूठी इकलौती क्रांतिकारी सरकार थी जो 6 माह तक चली । आज इस क्षेत्र में मकर संक्रांति का पर्व पर शहीदों को स्मरण किया जाता है । इस विषय पर भी इस प्रदर्शनी में जानकारी दी गई है ।
इसके अतिरिक्त सीहोर मध्य प्रदेश के निकट नरसिंहगढ़ रियासत के राजकुमार कुंवर चैन सिंह 24 जून 1824 को अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। यह सब 1857 स्वाधीनता संग्राम से 33 वर्ष पूर्व की घटना है। यह घटना को पहले इस अंचल के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के रूप में प्रतिष्ठित करती है। इसके विषय में भी यहां पर जानकारी दी गई है।
प्रदर्शनी स्थल पर पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ की ओर से एक स्टॉल भी प्रदर्शित किया गया है जिसमें कि ऊर्जा संरक्षण से संबंधित जानकारी बैनर्स , पोस्टर्स के माध्यम से दी गई है। साथ ही वहां पर प्रचार सामग्री भी रखी गई है।कार्यक्रम में प्रदर्शनी स्थल पर देशभक्ति पूर्ण गीतों का भी आयोजन किया गया।
शुभारंभ कार्यक्रम से पूर्व एनसीसी कैडेट्स और एनएसएस कैडेट्स द्वारा एक भव्य रैली का आयोजन किया गया जिसमें कि कैडेट्स ने देश भक्ति पूर्ण नारे लगाते हुए नगर के विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन फील्ड आउटरीच ब्यूरो इंदौर के प्रभारी अधिकारी श्री दिलीप परमार ने किया। अतिथियों का स्वागत क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी समीर वर्मा ने किया।