रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में चल रही उठापटक दिल्ली तक पहुंच कई है। अभी तक दिल्ली से नेताओं को रायपुर भेजकर सब कुछ ठीक करने की कवायद की जा रही थी। मगर हाल की घटनाओं ने कांग्रेस नेतृत्व को डरा दिया है। दोनों राहुल गांधी ने अपने आवास पर भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव सिंह से मुलाकात की है। दोनों नेताओं को आमने-सामने बैठाकर राहुल गांधी ने उनसे बात की है। भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव खुलकर सीधे एक-दूसरे के खिलाफ तो नहीं बोलते हैं, लेकिन इनके लोग वार करते रहते हैं। बैठक से बाहर निकले नेताओं ने कहा कि संगठन को लेकर चर्चा हुई है। साथ ही उन लोगों ने कहा कि मुख्यमंत्री बदलने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि यह बैठक बेनतीजा ही रही है।पहले कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने टीएस सिंह देव पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद टीएस सिंह देव विधानसभा से सदन की कार्यवाही छोड़कर चले गए थे। बाद में सरकार की सफाई के बाद वह सदन में वापस लौटे थे। सरगुजा में राजीव भवन के लोकार्पण के दौरान भी कांग्रेस में गुटबाजी दिखी थी। टीएस सिंह देव के फीता काटने के बाद खाद्य मंत्री ने उस भवन का लोकार्पण किया था। इससे भी टीएस सिंह देव नाराज हुए थे।छत्तीसगढ़ में 15 साल बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई थी। सीएम पद के लिए दो भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव दावेदार थे। आलाकमान ने मुहर भूपेश बघेल के नाम पर लगाई थी। सूत्र बताते हैं कि उस वक्त सहमति इस पर बनी थी कि भूपेश बघेल ढाई साल सीएम रहेंगे और टीएस सिंह देव ढाई साल रहेंगे। इसी को लेकर अब तकरार है। टीएस सिंह देव ढाई साल वाले फॉर्म्युले पर कायम है। सरकार के तीन साल होने वाले हैं और रार बढ़ता जा रहा है।
इस दौरान दोनों नेताओं ने राहुल गांधी से कई बार मुलाकात की है। पहली बार राहुल गांधी इस विवाद के बाद दोनों नेताओं को आमने-सामने बैठाकर बात कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया भी इस मीटिंग में मौजूद हैं। साथ ही पार्टी के दूसरे वरिष्ठ लोग भी वहां हैं।