भोपाल। पर्यटन, संस्कृति और आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि आयुर्वेद भारतीय संस्कृति की रीढ़ है। शरीर के सभी रोगों का इलाज आयुर्वेद से संभव है। सुश्री ठाकुर ने त्रिलंगा में महाकाली सोसाइटी और बघीरा जंगल रिसोर्ट मोचा (कान्हा) में आयुर्वेद वेलनेस सेंटर के शुभारंभ के अवसर पर संबोधित कर रही थी। सुश्री ठाकुर ने लोगो को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि पहला सुख निरोगी काया है। हम सभी को स्वस्थ रहने के लिए वैदिक जीवन पद्धति और आयुर्वेद चिकित्सा को अपनाना चाहिए। पर्यटन विभाग प्रदेश के पर्यटन स्थलों और प्रमुख शहरों में वेलनेस सेंटर स्थापित करके आमजन को आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का लाभ देगा और साथ ही उन्हें वैदिक जीवन पद्धति अपनाने के लिए जागरूक भी करेगा। सुश्री ठाकुर ने दीप प्रज्वलन और फीता काटकर त्रिलंगा में महाकाली परिसर में वेलनेस सेंटर का शुभारंभ किया। उन्होंने वेलनेस सेंटर में आमजन को उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं और व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
सुश्री ठाकुर ने कान्हा नेशनल पार्क के समीप स्थित बघीरा जंगल रिसोर्ट में आयुर्वेद वेलनेस सेंटर का वर्चुअल शुभारम्भ भी किया। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति श्री शिव शेखर शुक्ला कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़े। श्री शुक्ला ने कहा की मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुरूप प्रदेश में वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विकास निगम और वेलनेस तथा हेल्थकेयर सेक्टर में प्रतिष्ठित संस्थान एम. एस. रामैया ग्रुप, बेंगलुरु के सहयोग से प्रदेश में पर्यटन निगम की इकाइयों में वेलनेस सेंटर स्थापित किये जा रहे हैं। गत 19 फरवरी 2021 को पर्यटन विकास निगम और रामैया ग्रुप के बीच एम.ओ.यू. करते हुए पर्यटन विकास निगम की पचमढ़ी स्थित इकाई होटल ग्लेन व्यू में प्रदेश के पहले वेलनेस सेंटर की शुरुआत की गई है। श्री शुक्ला ने बताया कि इसी तरह पर्यटन विकास निगम की अन्य इकाईयों जैसे होटल हॉलिडे होम्स अमरकंटक, सैलानी आईलैंड रिसॉर्ट सैलानी, गांधीसागर डैम के समीप स्थित हिंगलाज रिसोर्ट (मंदसौर), व्हाइट टाइगर फॉरेस्ट लॉज (बांधवगढ़), किपलिंग्स कोर्ट (पंच) और मुख्य शहरों जैसे इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, ओरछा इत्यादि में वेलनेस सेंटर स्थापित किये जायेंगे।
प्रबंध संचालक पर्यटन विकास निगम श्री एस. विश्वनाथन ने बताया कि भोपाल और बघीरा रिसोर्ट के वेलनेस सेंटर पर पर्यटकों और आमजन का भारतीय आयुर्वेद उपचार पद्धति जैसे पंचकर्म, कायाकल्प और प्रमाणिक केरल आयुर्वेद उपचार पद्यति से उपचार किया जायेगा। मध्यप्रदेश पर्यटन की इकाईयों में वेलनेस सेंटर्स की स्थापना होने से निगम की इकाईयों में ठहरने वाले पर्यटकों के साथ-साथ इन पर्यटन स्थलों का भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को भी इस सुविधा का लाभ मिलेगा।
वेलनेस सेंटर पर प्रिवेंटिव थेरेपी जैसे उत्सादन, तैल परिशेक, अभ्यंग और पत्र पिंड स्वेद, पेन मैनेजमेंट थैरेपी जैसे जानू बस्ती, कती बस्ती, ग्रीवा बस्ती और स्पाइनल मसाज के साथ पंचकर्म जिसमें वामन कर्म, विरेचन कर्म, कशाया बस्ती, स्नेहा बस्ती और नास्य जैसी आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्यति का वैज्ञानिक तरीके से लाभ पर्यटकों को दिया जायेगा।
इस अवसर पर चेयरमैन रमैया ग्रुप डॉ एम.आर. जयराम, रिटायर्ड आईएएस श्री एम.आर. श्रीनिवासमूर्थी और संचालक रीसा डॉ जीजी. गंगाधरन सहित पर्यटन विकास निगम के अधिकारी कर्मचारी और आमजन उपस्थित थे।