मुंबई। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को गिरफ्तार कर लिया है। उनकी अग्रिम जमानत याचिका को रत्नागिरी कोर्ट ने ख़ारिज कर दी थी अब उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। रिमांड मिलने पर उन्हें नासिक लेकर जाया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक नारायण राणे ने बॉम्बे हाई कोर्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की है। इसके अलावा उनके ऊपर जो तीन एफआईआर दर्ज की गई है। उन्हें भी रद्द करने की मांग की गई है। हालांकि बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस मामले पर तुरंत सुनवाई करने से इंकार कर दिया है। अब इस मामले की सुनवाई मंगलवार शाम 4:30 बजे की जाएगी।
बीजेपी नेता प्रमोद जाखड़ जेठा के मुताबिक नारायण राणे को हिरासत में लेने के लिए रत्नागिरी की पुलिस आई है। लेकिन जब हमने उनसे गिरफ्तारी का वारंट दिखाने के लिए कहा तो उनके पास कोई वारंट नहीं था। पुलिस कहती है कि कि हमारे ऊपर दबाव है और 5 मिनट में गिरफ्तार करने के लिए कहा है। हमने कहा कि एक केंद्रीय मंत्री को हिरासत में लेने का एक प्रोटोकॉल होता है जिसका पालन होना अनिवार्य है बिना वारंट के किसी को हिरासत में नहीं लिया जा सकता।
दरअसल नारायण राणे महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं। पिछले दिनों उनकी यात्रा रायगढ़ के महाड पहुंची थी। यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए नारायण राणे पर उद्धव ठाकरे को लेकर कहा था, ‘यह कैसा मुख्यमंत्री है जिसको अपने देश का स्वतंत्रता दिवस पता नहीं। मैं वहां होता तो कान के नीचे थप्पड़ लगा देता।’
राणे के बयान पर मचे घमासान के बाद शिवसेना हमलावर हो गई है। शिवसेना के लोकसभा सांसद विनायक राउत ने पीएम मोदी को खत लिखकर राणे को तत्काल रूप से केंद्रीय मंत्री पद से हटाने की मांग की। राउत ने अपने पत्र में लिखा कि राणे ने पत्रकार परिषद में राज्य के सीएम के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल किया वह बेहद निदंनीय है। नारायण राणे जैसा अपनी मर्यादा भूलने वाला केंद्रीय मंत्री ऐसी भाषा का उपयोग करता है तो मुझे लगता है कि उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
उद्धव ठाकरे पर अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने पर राणे के खिलाफ मुंबई में कई जगह एफआईआर दर्ज हुई हैं। इस पर राणे ने कहा, ‘मुझे मेरे खिलाफ एफआईआर को लेकर कोई जानकारी नहीं है। मैं साधारण इंसान नहीं हूं। मैंने कोई अपराध नहीं किया है। अगर किसी को 15 अगस्त के बारे में नहीं पता तो क्या यह अपराध नहीं है। मैंने कहा कि मैं थप्पड़ मारता- ये शब्द थे मेरे और यह अपराध नहीं है।’