भोपाल। लोक निर्माण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि प्रदेश में कुटीर एवं ग्रामोद्योग से जुडे़ शिल्पियों को रोजगार के बेहतर अवसर मुहैया कराये जाएगें। इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार, भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के साथ समन्वय स्थापित कर स्पेशल मेले और एक्सपो आयोजित कर रही है। उन्होंने यह बात गौहर महल परिसर में आयोजित किए जाने वाले ''स्पेशल हैण्डलूम एक्सपो'' 2021 के शुभारंभ अवसर पर कहीं। यह एक्सपों 16 अगस्त से 29 अगस्त 2021 तक आयोजित किया जा रहा है।
मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा खादी को अपने रोजमर्रा के जीवन में अपनाने की अपील देशवासियों से की है। खादी शहरी और ग्रामीण अंचल में रोजगार का सशक्त माध्यम बन सकती है। इसी भाव से राज्य सरकार द्वारा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का जो लक्ष्य निर्धारित किया है। उसके लिए एक जिला-एक उत्पाद का चयन कर उसके संरक्षण और संवर्धन का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हुनर की कमी नहीं है। आवश्यकता बैहतर संसाधन मुहैया कराकर परिष्कृत किए जाने की है। उन्होंने कहा कि हम सब जानते है कि मध्यप्रदेश के चंदेरी और महेश्वर में बनी साड़ियाँ, भोपाल में बने जरी जरदोजी पर्स एवं जूट के उत्पाद, धार जिले में बाघ प्रिंट, सिहोर व श्योपुर के लकड़ी के खिलौने, मंडला जिले में गौंड पेन्टिंग आदि एसे उत्पाद जिन्हें स्थानीय कलाकारों ने अलग पहचान दिलवाई है।मंत्री श्री भार्गव ने एक्सपों में आए अन्य राज्यों के दुकानदार शिल्पियों से चर्चा भी की।
इस अवसर संत रविदास हस्तशिल्प विकास निगम के प्रबंध संचालक श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव ने बताया कि कोविड महामारी के चलते बुनकरों को आई समस्याओं के निराकरण हेतु विकास आयुक्त (हाथकरधा) वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश शासन तथा संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरधा विकास निगम भोपाल के ''मृगनयनी एम्पोरियम'' के द्वारा देश-प्रदेश के बुनकरों को विपणन सहायता उपलब्ध कराने के लिए स्पेशल हैण्डलूम एक्सपों का आयोजन किया जा रहा है। इसकी प्रमुख विशेषता यह है कि देश के प्रमुख उत्कृष्ट उत्पाद भोपाल की जनता को उपलब्ध हो सकेगें। एक्सपो में म.प्र. उत्तरप्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, दिल्ली सहित अन्य राज्यों के बुनकरों द्वारा 56 स्टॉल लगाए गये है।