भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण का कार्य युद्धस्तर पर पूर्ण किया जाए। बिजली व्यवस्था की स्थापना, खाद्य सामग्री की आपूर्ति, अधोसंरचना को पुन: स्थापित करने, नुकसान हुई फसलों के आकलन और गिर गए घरों के सर्वे के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता पर लिया जाए। जो गाँव प्रति वर्ष बाढ़ से प्रभावित होते हैं, उन्हे ऊँचे स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। जिन परिवारों के मकान बाढ़ से प्रभावित हुए हैं उनके लिये नए आवास ऊँचे स्थानों पर ही स्वीकृत किये जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं क्षेत्र का भ्रमण कर प्रभावित परिवारों से संपर्क करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास से वर्चुअली बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जारी राहत और पुनर्वास कार्यों की जिलेवार समीक्षा कर रहे थे।
बैठक में केंद्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी सम्मिलित हुए। प्रदेश में बाढ़ के लिए गठित टास्क फोर्स के सदस्य, जिलों के प्रभारी मंत्री तथा क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के सदस्य भी बैठक में वर्चुअली सम्मिलित हुए। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह श्री राजेश राजौरा तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, मुरैना, श्योपुर, भिंड और विदिशा के अधिकारियों तथा क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों से चर्चा की।