भोपाल। नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) के कमांडो द्वारा आंतकी गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिये किया जाने वाला शौर्य प्रदर्शन का चश्मदीद होना अद्भुत है। एनएसजी कमांडो सही मायनों में हमारे शूरवीर हैं। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने यह बात भारत भवन में आंतकरोधी वार्षिक अभ्यास में एनएसजी कमांडो द्वारा लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिये तत्परता से उत्कृष्ट कार्य की मॉकड्रिल के अवलोकन के बाद कही। एनएसजी के आईजी ऑपरेशन मेजर जनरल वी.एस. रानाडे ने मॉकड्रिल संबंधी गतिविधियों की जानकारी दी। पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जोहरी, एडीजी श्री अशोक अवस्थी एवं श्री डी.सी. सागर, आई.जी. एसडीईआरएफ श्रीमती दीपिका सूरी और अन्य आला अधिकारी मौजूद थे। अभ्यास के समन्वय संबंधी कार्य कैप्टन अमित तिवारी द्वारा किया गया।
भारत भवन में एनएसजी कमांडो द्वारा आंतकी गतिविधियों में होने वाली क्षति को रोकने के लिये किये जाने वाले कार्यों का प्रदर्शन किया गया। इसके अन्तर्गत हमीदिया अस्पताल पर हेलीकॉप्टर द्वारा एनएसजी कमांडो को उतारने और प्रभावित लोगों के रेस्क्यू के लिये की गई कार्यवाही को प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। इसके साथ ही आतंकवादियों को रोकने और स्थितियों को नियंत्रित करने संबंधी प्रदर्शन भी भारत भवन में एनएसजी के कमांडो द्वारा किया गया। मेजर जनरल श्री रानाडे ने बताया कि राज्यों के पुलिस बल द्वारा स्थितियों को नियंत्रित करने में असमर्थता की स्थिति में एनएसजी कमांडो को ऑपरेशन के लिये उतारा जाता है। एनएसजी कमांडो राज्य स्तरीय पुलिस बल के साथ समन्वय कर ऑपरेशन को अंजाम देते है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश की सहायता के लिये एनएसजी की यूनिट मुम्बई में मौजूद रहती है। भोपाल में हो रहे वार्षिक अभ्यास में मुम्बई के साथ ही कोलकाता की एनएसजी यूनिट भी सम्मिलित हुई। गांडीव-3 श्रंखला के अन्तर्गत होने वाले अभ्यास में इंदौर में 3 टारगेट और भोपाल में 5 टारगेट आरबीआई, विधानसभा भवन, वल्लभ भवन, हमीदिया अस्पताल और भारत भवन रखे गये थे।