उमरिया। जिला जेल उमरिया में प्रहरी बहनों एवं सिविल लाइन चौकी प्रभारी ने कैदियों को बांधी राखी, सभी को दिलाई गई शपथ। बहनों की कमी को पूरा किया स्टाफ ने, कैदियों की आंखे हुई नम, जेलर ने दिखाई संवेदना। जिला जेल उमरिया में कोविड काल के दौरान वर्तमान में 8 सजायाफ्ता और 183 विचाराधीन कुल 191 कैदी निरुद्ध हैं। जेलर एम एस मराबी ने बताया कि इस वर्ष शासन स्तर से कोई गाइड लाइन प्राप्त नही होने के कारण और सुरक्षा व्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए कैदियों की किसी से मुलाकात नही कराई गई है। वहीं सभी कैदियों को बहनों की कमी महसूस न होने पाए जिसके लिए महिला सुरक्षा प्रहरियों एवं उप निरीक्षक सरिता ठाकुर ने राखी बांध कर उपहार स्वरूप वचन दिलाया कि दुबारा ऐसा कार्य न करें कि फिर से जेल आना पड़े।
वहीं हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जिला जेल में रखी बांधने आई सिविल लाइन चौकी प्रभारी सरिता ठाकुर ने बताया कि हम हर वर्ष कैदी भाइयों को राखी बांधने जेल आते हैं ताकि कैदियों को बहनों की कमी महसूस न होने पाए, इस वर्ष भी सभी को राखी बांध कर सभी से वचन लिए हैं कि दुबारा अपराध नही करेंगे। वहीं जेल प्रहरी प्रीति वर्मा ने बताया कि इस वर्ष कोविड के चलते किसी को जेल में नही आने दिया गया है, उसी कमी को पूरा करने के लिए हम सभी ने उनको राखी बांध कर वचन दिलाया कि दुबारा ऐसे अपराध की पुनरावृत्ति न करें कि फिर से यहां आना पड़े और हम लोगों ने एहसास दिलाया कि हम उनकी बहने हैं।
गौरतलब है कि इस वर्ष प्रदेश सरकार दुनिया भर के आयोजनों को तो कर रही है उसके बाद कैदियों की बहनों को राखी बांधने की अनुमति नहीं दिया लेकिन जेलर ने दरियादिली दिखाते हुए कैदियों को जेल की ही महिला प्रहरियों से राखी बंधवाकर सबका त्यौहार मनवा दिया, जिससे सभी कैदी खुश नजर आए।