बाढ़ प्रभावित गांवों में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री ने हालात देख शासन-प्रशासन को घेरा
डबरा/भितरवार। मैंने अपने राजनैतिक जीवन में ग्वालियर क्षेत्र में ऐसी बाढ़ कभी नहीं देखी। बाढ़ ने लोगों को बेघर कर दिया, उनके पास कुछ भी नहीं बचा। अतिवृष्टि से बाढ़ के रूप में आई तबाही प्रशासन की बड़ी लापरवाही का नतीजा है। यह बात शनिवार को भितरवार क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने आए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने रेस्ट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बारिश के दौरान शासन-प्रशासन के जिम्मेदारों ने बांधों की सही तरह से मॉनीटरिंग नहीं की। अधिकारियों ने बांध भरने के बाद मड़ीखेड़ा डेम के एक साथ 12 गेट खोल दिए। इसी प्रकार हरसी बांध के ऊपर बने बांधों की निगरानी भी नहीं की गई, जिससे नदियों में एक साथ छोड़े गए पानी से नदी किनारे के गांवों में बाढ़ आ गई। इसने लोगों को तबाह कर दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केवल घोषणाएं कर रहे हैं। राहत के नाम पर अभी तक बाढ़ पीड़ितों को कुछ नहीं दिया गया। भाजपा शासन नहीं, बल्कि व्यवसाय करती है। इनके शासनकाल में ट्रांसफर जैसे उद्योग फल-फूल रहे हैं। भाजपा सरकार बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। पत्रकार वार्ता के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक लाखन सिंह यादव, डबरा विधायक सुरेश राजे, कांग्रेस नेता रंगनाथ तिवारी आदि बाढ़ प्रभावित ग्राम बसई, मोहनगढ़, सिला, पलायछा, भितरवार खेड़ा बस्ती पहुंचे और बाढ़ पीड़ितों के हालात देख गहन दुख व्यक्त करते हुए शासन से उचित सहायता दिलाने की बात कही।