नैरोबी। टोक्यो ओलिंपिक में भारत के नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो का गोल्ड मेडिल जीता। उनकी कामयाबी से इन्सपायर होकर अब देश के जूनियर एथलीट भी दुनिया में अपनी छाप छोड़ रहे हैं। 17 साल के अमित खत्री ने वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप में 10 हजार मीटर (10 किमी) रेस वॉक का सिल्वर मेडल जीत लिया है। उन्होंने 42 मिनट 17.94 सेकेंड का समय निकाला। इससे पहले 4 गुना 400 मीटर मिक्स्ड रिले टीम ने ब्रॉन्ज जीता था। भारत ने पहली बार इस चैंपियनशिप के 1 एडिशन में 2 मेडल जीते हैं। केन्या के हेरिस्टोन वान्योनी ने 42.10.85 सेकेंड का समय निकालकर गोल्ड मेडल जीता। वहीं स्पेन के पॉल मैकग्राथ ने 42:26.11 मिनट का समय निकाल कर सिल्वर मेडल जीता।
अंडर-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के 35 साल के इतिहास में भारत का यह छठा मेडल है। 1986 से अंडर-20 की चैंपियनशिप आयोजित की जा रही है। वहीं नैरोबी वर्ल्ड चैंपियनशिप में यह दूसरा मेडल है। बुधवार को 4 गुणा 400 मीटर मिक्स्ड रिले टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। भारतीय टीम में भरत एस, प्रिया मोहन, सम्मी और कपिल शामिल थे। भारतीय टीम चैम्पियनशिप के फाइनल में 3:23.60 सेकेंड के समय से तीसरे स्थान पर रही।
इससे पहले 2018 में हिमा दास 400 मीटर रेस में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं, इस बार टोक्यो ओलिंपिक में जेवलिन में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीता था। वहीं जमैका में आयोजित 2002 वर्ल्ड एथलेटिक्स अंडर-20 चैंपियनशिप में सीमा पूनिया ने डिस्कस थ्रो में 55.83 मीटर थ्रो कर ब्रॉन्ज मेडल जीता था। नवजीत कौर ढिल्लों ने भी 2014 में आयोजित अंडर-20 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप की डिस्कस थ्रो स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।