मिसरोद थाने के उपनिरीक्षक प्रकाश राजपूत रिश्वत लेते पकड़ाए
भोपाल। मारपीट के मामले में गिरफ्तार नहीं करने और थाने से ही जमानत देकर छोड़ने के बदले 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगने वाले मिसरोद थाने के उपनिरीक्षक को लोकायुक्त पुलिस ने 8500 रुपए लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। इस बारे में पुलिस अधीक्षक, लोकायुक्त मनु व्यास ने बताया कि तलैया थाने के तहत रेतघाट निवासी मसूद अली वल्द मोहसिन अली ने शिकायत की थी। शिकायतकर्ता के भतीजे का 9 अगस्त 2021 को होशंगाबाद रोड स्थित आशिमा मॉल के सामने कुछ युवकों से विवाद के बाद मारपीट हो गई थी। इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से काउंटर केस दर्ज करवाए गए हैं।
इसी मामले में मिसरोद थाने के उपनिरीक्षक प्रकाश राजपूत विवेचना कर रहे थे। राजपूत ने मसूद अली के भतीजे को गिरफ्तार नहीं करने और थाने से ही जमानत पर छोड़ देने के बदले 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत 23 अगस्त 2021 को लोकायुक्त के संभागीय कार्यालय में की गई, जिसके बाद एक ट्रैप टीम तैयार की गई। यह टीम शिकायतकर्ता के साथ मिसरोद पहुंची, जहां पर उपनिरीक्षक प्रकाश राजपूत को नंबर लिखे और केमिकल लगे 8500 हजार रुपए के नोट दिए गए। जैसे ही एसआई राजपूत ने रिश्वत ली, वैसे ही लोकायुक्त की टीम ने घेरकर पकड़ लिया। इस दौरान एसआई राजपूत ने पहले तो विरोध किया, लेकिन लोकायुक्त टीम की सख्ती के आगे कार्रवाई में बाधा नहीं ड़ाली। आरोपी एसआई के खिलाफ धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। लोकायुक्त टीम में डीएसपी संजय शुक्ला, टीआई उमा कुशवाह और पंकज बेडेकर सहित अन्य शामिल थे।