इंदौर। कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए शहर में लॉकडाउन के साथ कर्फ्यू भी लागू है। इसके बावजूद कई लोग ऐसे हैं जो बेवजह सड़काें पर निकलकर संक्रमण को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ रविवार को भी पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी रही।
पुलिस की सख्ती रविवार सुबह भी सड़कों पर दिखाई दी। एरोड्रम समेत कई थाना क्षेत्रों में पुलिस ने बिना कारण सड़कों पर घूमने वालों को सबक सिखाया। कुछ से कान पकड़कर उठक-बैठक लगवाई तो कुछ से गर्मी में पुशअप लगवाई। प्रशासन द्वारा लोगों से अपील की गई- यह पाबंदी आपकी सुरक्षा के लिए है, इसे बंधन ना समझें। आपके सहयोग से हम इस महामारी से जल्दी ही जंग जीत लेंगे। आप लोग लॉकडाउन का पालन करें।
लॉकडाउन 3.0 के लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन के बाद रेड जोन बने इंदौर में आपदा प्रबंधन कमेटी की बैठक और मुख्यमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद तय हुआ है कि 17 मई तक शहर में किसी तरह की छूट नहीं मिलेगी। सीएम ने प्रशासन को हालात देख निर्णय लेने को कहा। इसके बाद कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि अगले दो सप्ताह में कोरोना की चेन तोड़ना है, तभी ऑरेंज और ग्रीन जोन में आ सकेंगे। शहर में पाबंदियां रहेंगी, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में कुछ रियायतें दी जाएंगी। कलेक्टर के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा के तहत निर्माण कार्य शुरू कर रहे हैं। वहां किराना व सब्जी दुकान को मंजूरी दी है। सोमवार से सांवेर, मंगलवार से देपालपुर और फिर महू की मंडी शुरू होगी। वहां शराब व पान की दुकान नहीं खुलेंगी। औद्योगिक गतिविधियों को सशर्त मंजूरी मिलेगी।