भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार दूसरे राज्यों में फंसे करीब 1 लाख मजदूरों को ट्रेन से वापस लाएगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों के साथ बैठक में ये निर्णय लिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विभिन्न प्रदेशों से मध्य प्रदेश के करीब 40,000 मजदूरों को बसों के वापस लाया जा चुका है। कुछ मजदूर रास्ते में है और बाकी बचे एक लाख से अधिक मजदूरों को ट्रेन से मध्यप्रदेश वापस लाया जाएगा। इसके लिए रेलमंत्री पीयूष गोयल जी से बात हो चुकी है। इसे काम को जल्द ही शुरू कर देंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने अपर मुख्य सचिव आईसीपी केसरी को से कहा कि रेल मंत्रालय को शनिवार तक हमारे कितने मजदूर, किन प्रदेशों में फंसे हुए हैं, वे किस स्थान से ट्रेन में चढ़ेंगे तथा मध्यप्रदेश में किस स्थान पर उतरेंगे। इसकी पूरी जानकारी भेज दें।
मजदूरों की व्यवस्था में कोई कमी नहीं आए : सीएममजदूर अच्छे से मध्यप्रदेश आ जाएं, उनका स्वास्थ्य परीक्षण एवं भोजन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। आईसीपी केसरी ने बताया कि हमारे एक लाख से अधिक मजदूर अलग-अलग राज्यों में फंसे हैं।महाराष्ट्र 50 हजार मजदूर, गुजरात में 30 हजार, 8 हजार तमिलनाडु में, 5 हजार कर्नाटक, 10 हजार आंध्र प्रदेश और 3 हजार मजदूर गोवा में फंसे हैं।
40 हजार मजदूर पहुंच चुके हैं मध्य प्रदेशभोपाल कोरोना संक्रमण के कारण अन्य प्रदेशों में फँसे मध्यप्रदेश के करीब 40 हजार श्रमिक अब तक प्रदेश में वापस लाये जा चुके हैं। अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल-रूम आईसीपी केशरी ने जानकारी दी है कि एक मई को 1800 श्रमिक राजस्थान के सवाई माधोपुर, बीकानेर और नागौर से मध्यप्रदेश के नीमच, आगर-मालवा, श्योपुर और गुना एन्ट्री प्वाइंट पर लाए गए। गुजरात से करीब 5 हजार मजदूर आए हैं। इन सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कर इन्हें भोजन करवाने के बाद बसों से गृह जिलों की ओर रवाना किया जा रहा है। प्रदेश में प्रतिदिन 2 से 3 हजार लोग पैदल भी आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश से एक हजार मजदूर आ रहे हैं।