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जिला अस्पताल का ड्रेसर निलंबित, कोरोना संदिग्ध मरीज का अपने घर में चोरी से किया था इलाज


रायसेन। जिले में अनाधिकृत तौर पर इलाज करने वाले एक स्वास्थ्यकर्मी को निलंबित कर दिया गया है। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव की ओर से जारी प्रेस नोट के अनुसार, अस्पताल के ड्रेसर नरेश मालवीय, द्वारा निजी तौर पर अवैधानिक तरीके से 20 अप्रैल को महामाया चौक रायसेन निवासी अमित अग्रवाल का अपने घर पर अनाधिकृत रूप से  इलाज किया गया था। अमित अग्रवाल को खांसी, तेज बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, जो कि कोरोना बीमारी के लक्षण हैं। हालांकि अमित अग्रवाल की कोरोना सैंपल जांच रिपोर्ट रिजेक्ट हो चुकी है। सैंपल एम्स भेजा गया था। हालांकि दूसरे भाई सुमित अग्रवाल की रिपोर्ट पॉजिटिव है और 26 शनिवार को हमीदिया में उसकी मौत हो गई है। इसके बाद कलेक्टर ने शहर मेंं कर्फ्यू लगा दिया है और सुमित अग्रवाल की पत्नी को चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रायसेन में 27 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं।  
कोरोना संक्रमितों को अस्पताल में दिखाना जरूरी 
कोरोना संदिग्ध अमित अग्रवाल का तत्काल अस्पताल में अधिकृत डॉक्टर के माध्यम से जांच आदि का उपचार किया जाना आवश्यक था, लेकिन ड्रेसर मालवीय ने एक स्वास्थ्यकर्मी होने के नाते और पहले से कोरोना मरीज की जानकारी होने के बावजूद कोरोना संदिग्ध अमित अग्रवाल को अस्पताल जाने की सलाह नहीं दी। बल्कि वह खुद मरीज का अपने घर पर इलाज करता रहा और उसे ड्रिप भी लगाई। 
ड्रेसर ने मरीज की जानकारी होने पर भी घर में इलाज किया  
मरीज की जानकारी होने के बाद भी ड्रेसर मालवीय ने इसकी सूचना जिला अस्पताल को नहीं दी। अमित अग्रवाल को नरेश मालवीय की लापरवाही के कारण और समय पर सही इलाज उपलब्ध ना होने की वजह से 24 अप्रैल को अमित अग्रवाल की मौत हो गई थी। यही नहीं मृतक अमित अग्रवाल के छोटे भाई सुमित अग्रवाल की 26 अप्रैल को भोपाल में इलाज के दौरान मौत हो गई और उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई। इस लापरवाही पर ड्रेसर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।

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