भोपाल। एडीजी लोकायुक्त पवन जैन एक मई को डीजी के पद पर पदोन्नत होने वाले हैं। डीजी लोकायुक्त अनिल कुमार के रिटायर होने के बाद उन्हें यह पदोन्नति मिलेगी। अनिल कुमार 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
वर्ष 1996 बैच के आईपीएस अफसर अनिल कुमार के रिटायर होते ही वर्ष 1997 बैच के आईपीएस अफसर पवन जैन को पदोन्नति मिलेगी। उनके बैच के विजय यादव पहले ही डीजी हो चुके हैं। प्रदेश में डीजी के 12 पद हैं। डीजीपी विवेक जोहरी के प्रतिनियुक्ति से वापस आने के चलते मार्च में डीजी के पद पर 13 अफसर हो गए थे। इसके चलते केएन तिवारी के 31 मार्च को रिटायर होने के बाद पवन जैन पदोन्नत नहीं हो सके। प्रदेश में अब फिर से 12 डीजी रेंक के अफसर हैं। वर्ष 1987 बैच की अरूणा मोहन राव जुलाई में, शैलेष सिंह सितम्बर और राजेंद्र कुमार मिश्रा अक्टूबर में डीजी बन सकते हैं।
कई जिलों में रह चुके हैं एसपी
पवन जैन विदिशा, सीहोर, खरगोन आदि जिलों में पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं। वे उज्जैन रेंज के भी आईजी रहे। उन्होंने लंबे अरसे तक आईजी योजना और एडीजी योजना के पद पर काम किया है। वे आईपीएस एसोसिएशन के भी अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके ही कार्यकाल में मध्य प्रदेश आईएएस एसोसिएशन में आईपीएस समिट शुरू हुई थी।
वर्ष 1996 बैच के आईपीएस अफसर अनिल कुमार के रिटायर होते ही वर्ष 1997 बैच के आईपीएस अफसर पवन जैन को पदोन्नति मिलेगी। उनके बैच के विजय यादव पहले ही डीजी हो चुके हैं। प्रदेश में डीजी के 12 पद हैं। डीजीपी विवेक जोहरी के प्रतिनियुक्ति से वापस आने के चलते मार्च में डीजी के पद पर 13 अफसर हो गए थे। इसके चलते केएन तिवारी के 31 मार्च को रिटायर होने के बाद पवन जैन पदोन्नत नहीं हो सके। प्रदेश में अब फिर से 12 डीजी रेंक के अफसर हैं। वर्ष 1987 बैच की अरूणा मोहन राव जुलाई में, शैलेष सिंह सितम्बर और राजेंद्र कुमार मिश्रा अक्टूबर में डीजी बन सकते हैं।
कई जिलों में रह चुके हैं एसपी
पवन जैन विदिशा, सीहोर, खरगोन आदि जिलों में पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं। वे उज्जैन रेंज के भी आईजी रहे। उन्होंने लंबे अरसे तक आईजी योजना और एडीजी योजना के पद पर काम किया है। वे आईपीएस एसोसिएशन के भी अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके ही कार्यकाल में मध्य प्रदेश आईएएस एसोसिएशन में आईपीएस समिट शुरू हुई थी।